डूंगरपुर. जिले में चार दिन पूर्व एक युवक सड़क दुर्घटना में घायल हो गया था. जिसके बाद इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई. वहीं युवक की मौत के बाद स्थानीय लोगों ने डॉक्टरों पर इलाज के दौरान लापरवाही करने का आरोप लगाते हुए कार्रवाई करने की मांग की है.
मोड़ मेवाड़ा कलाल समाज के एक प्रतिनिधि मंडल ने जिला कलेक्टर को ज्ञापन सौंपते हुए युवक के इलाज में बरती गई लापरवाही की जांच करते हुए डॉक्टरों के खिलाफ कार्रवाई करने की मांग रखी है. ज्ञापन में बताया है, कि रमेशचंद्र कलाल 19 फरवरी को सड़क दुर्घटना में गंभीर रूप से घायल हो गया था. जिसके बाद उसे सीमलवाड़ा अस्पताल लेकर गए.
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जहां हालत गंभीर होने के कारण डॉक्टरों ने रेफर कर दिया. इस पर परिजनों ने अस्पताल के बाहर खड़ी एक एम्बुलेंस में मरीज को रखा और गुजरात के मोडासा चलने के लिए कहा, लेकिन चालक एम्बुलेंस को गुजरात नहीं ले जाकर सागवाड़ा की ओर ले जाने लगा. साथ ही घायल को सड़क पर ही उतारने की धमकियां देने लगा.
इसके बाद एम्बुलेंस चालक घायल रमेशचंद्र कलाल को सागवाड़ा के एक निजी अस्पताल लेकर गए. जहां उसका इलाज देरी से शुरू हुआ. इसके बाद खून की कमी को लेकर डूंगरपुर तक दौड़ाया गया. वहीं अस्पताल की ओर से घायल के इलाज के लिए फीस के नाम पर भी परेशान किया गया.
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परिजनों ने आरोप लगाया है, कि डॉक्टरों ने मरीज का सही ढंग से इलाज नहीं किया. जिस कारण उसकी मौत हो गई. इसके बाद जब परिजनों ने मरीज की हालत के बारे में जानने का प्रयास किया तो अस्पताल स्टाफ की ओर से बदसलूकी की गई. कलाल समाज के लोगों ने मामले में निजी अस्पताल संचालक के खिलाफ कार्रवाई करने की मांग रखी है.