ETV Bharat / state

डूंगरपुर: निजीकरण के विरोध में उतरे विद्युत कर्मचारी, प्रदेशव्यापी प्रदर्शन की चेतावनी - electric corporation privatization

डूंगरपुर बिजली विभाग के कर्मचारियों ने एमबीसी के निजीकरण को लेकर अधीक्षण अभियंता कार्यालय के सामने धरना-प्रदर्शन किया. कर्मचारियों ने अधीक्षण अभियंता को मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन सौंपा और मांगें नहीं मानने पर प्रदेशव्यापी प्रदर्शन की चेतावनी दी.

electrical workers protest in dungarpur,  electric corporation privatization
निजीकरण के विरोध में विद्युत कर्मचारियों का प्रदर्शन
author img

By

Published : Oct 23, 2020, 4:48 PM IST

डूंगरपुर. अजमेर विद्युत वितरण निगम एफआरसी के साथ एमबीसी को भी निजी हाथों में दिए जाने के आदेश का डूंगरपूर बिजली विभाग के कर्मचारियों ने विरोध किया. विद्युत कर्मचारियों में शुक्रवार को अधीक्षण अभियंता कार्यालय के सामने धरना-प्रदर्शन किया और अपनी मांगें रखीं.

निजीकरण के विरोध में विद्युत कर्मचारियों का प्रदर्शन

बिजली विभाग के निजीकरण के विरोध में विद्युत कर्मचारियो का आंदोलन जारी है. इसी के तहत शुक्रवार को भी सांकेतिक धरना-प्रदर्शन किया गया. कर्मचारियों ने काली पट्टी बांधकर कार्यालय के सामने ही धरना-प्रदर्शन किया और राज्य सरकार के फैसले का विरोध जताया. इस दौरान कर्मचारियों ने राज्य सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की.

पढ़ें: कांग्रेस का चुनाव चिन्ह हाथ है और कोरोना भी हाथ से ही फैलता है, इसलिए निगम चुनाव में हाथ की सफाई जरूरी: पूनिया

राजस्थान विद्युत कर्मचारी महासंघ के जिला अध्यक्ष मनीष अग्रवाल के नेतृत्व में कर्मचारियों ने प्रदर्शन किया. मनीष अग्रवाल ने कहा कि एमबीसी और एफआरसी का काम निगम कर्मचारी कर रहे हैं. इसके बावजूद एमबीसी का निजीकरण किया जा रहा है. निजीकरण से कर्मचारियों के साथ ही जनता को भी भारी परेशानी का सामना करना पड़ेगा और कर्मचारियों का शोषण होगा.

बिजली विभाग के कर्मचारियों ने निजीकरण के आदेश को वापस लेने की मांग रखी और अधीक्षण अभियंता को मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन सौंपते हुए अपनी मांग पूरी करने की बात कही. श्रमिक महासंघ ने मांगे पूरी नहीं होने पर प्रदेश भर में आंदोलन की चेतावनी दी है.

डूंगरपुर. अजमेर विद्युत वितरण निगम एफआरसी के साथ एमबीसी को भी निजी हाथों में दिए जाने के आदेश का डूंगरपूर बिजली विभाग के कर्मचारियों ने विरोध किया. विद्युत कर्मचारियों में शुक्रवार को अधीक्षण अभियंता कार्यालय के सामने धरना-प्रदर्शन किया और अपनी मांगें रखीं.

निजीकरण के विरोध में विद्युत कर्मचारियों का प्रदर्शन

बिजली विभाग के निजीकरण के विरोध में विद्युत कर्मचारियो का आंदोलन जारी है. इसी के तहत शुक्रवार को भी सांकेतिक धरना-प्रदर्शन किया गया. कर्मचारियों ने काली पट्टी बांधकर कार्यालय के सामने ही धरना-प्रदर्शन किया और राज्य सरकार के फैसले का विरोध जताया. इस दौरान कर्मचारियों ने राज्य सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की.

पढ़ें: कांग्रेस का चुनाव चिन्ह हाथ है और कोरोना भी हाथ से ही फैलता है, इसलिए निगम चुनाव में हाथ की सफाई जरूरी: पूनिया

राजस्थान विद्युत कर्मचारी महासंघ के जिला अध्यक्ष मनीष अग्रवाल के नेतृत्व में कर्मचारियों ने प्रदर्शन किया. मनीष अग्रवाल ने कहा कि एमबीसी और एफआरसी का काम निगम कर्मचारी कर रहे हैं. इसके बावजूद एमबीसी का निजीकरण किया जा रहा है. निजीकरण से कर्मचारियों के साथ ही जनता को भी भारी परेशानी का सामना करना पड़ेगा और कर्मचारियों का शोषण होगा.

बिजली विभाग के कर्मचारियों ने निजीकरण के आदेश को वापस लेने की मांग रखी और अधीक्षण अभियंता को मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन सौंपते हुए अपनी मांग पूरी करने की बात कही. श्रमिक महासंघ ने मांगे पूरी नहीं होने पर प्रदेश भर में आंदोलन की चेतावनी दी है.

ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.