डूंगरपुर. जिले में कोरोना नियंत्रण के प्रयासों को धक्का लगता दिखाई दे रहा है. सरकारी राशन वितरण के लिए राशन की दुकानों पर लंबी-लंबी लाइनें लग रही हैं. यहां ना तो सोशल डिस्टेंसिंग का पालन हो रहा है और ना ही किसी के पास मास्क हैं. इन लाइनों में प्रवासी मजदूर अन्य लोग भी खड़े हैं, जिन्हें 14 दिन के होम क्वॉरेंटाइन की हिदायत दी गई थी. ऐसे में संक्रमण फैलने के खतरे से भी इनकार नहीं किया जा सकता है.
लॉकडाउन के कारण लोगों के पास खाने पीने के सामान की कमी ना हो इसके लिए सरकार ने दो महीने का राशन एक साथ वितरण के निर्देश दिए. जिसको लेकर प्रशासन ने भी राशन वितरण केंद्रों के माध्यम से राशन वितरण शुरू करवा दिया, लेकिन गुरुवार सुबह से जैसे ही राशन वितरण शुरू हुआ तो अलग ही नजारा देखने को मिला. राशन की दुकान खुली तो बड़ी संख्या में भीड़ उमड़ गई. राशन लेने के लिए डीलर की दुकानों पर पहुंचने वाले लोग ना तो सोशल डिस्टेंसिंग का पालन कर रहे हैं और ना ही चेहरे पर मास्क लगाकर पहुंचे. ये लोग एक-दूसरे से चिपक कर खड़े हो गए. ऐसे में कोरोना से बचाव को लेकर सरकार की जो एडवाइजरी है, उसका पालन यहां होता नहीं दिख रहा है.
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आपको बता दें कि, कोरोना के मामले सामने आने के बाद डूंगरपुर में देश और विदेश से 30 हजार से ज्यादा प्रवासी लोग आ चुके हैं. इन लोगों को होम क्वॉरेंटाइन में रहने के लिए पाबंद किया गया है. बावजूद इसके ये लोग अब राशन की दुकानों पर राशन लेने के लिए भी पहुंच रहे हैं और चिकित्सा विभाग और प्रशासन की हिदायत की भी अनदेखी की जा रही है. ऐसे में भीड़ के कारण संक्रमण का खतरा भी बना हुआ है.