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डूंगरपुर के लाल की कुवैत में मौत, शव नहीं मिला तो यहां पुतला बनाकर निकाली शवयात्रा और उसी का किया अंतिम संस्कार - पुतला बनाकर निकाली शवयात्रा

कोरोना महामारी का संक्रमण पूरे देश में तेजी से फैल रहा है. ऐसे में कुछ दिनों पूर्व डूंगरपुर के युवक की मौत बीमारी से कुवैत में हुई थी. जिसके बाद वहीं उसका अंतिम संस्कार किया गया. ऐसे में शुक्रवार को मृतक के परिजन ने पुतला बनाकर युवक का अंतिम संस्कार किया.

deceased family cremated the effigy, मृतक के परिवार ने पुतला का किया संस्कार
पुतला बनाकर युवक का किया अंतिम संस्कार
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Published : May 29, 2020, 11:53 PM IST

डूंगरपुर. जिले के बिछीवाड़ा निवासी एक व्यक्ति की खाड़ी देश कुवैत में बीमारी से मौत पर हुई. ऐसे में लॉकडाउन के कारण फ्लाइट्स बंद होने की वजह से कुवैत सरकार ने शव का कुवैत में ही अंतिम संस्कार कर दिया. इधर, बिछीवाड़ा में मृतक के परिजनों ने पुतला बनाकर मृतक की शवयात्रा निकाली और सभी धार्मिक क्रियाए पूरी कर पुतले का अंतिम संस्कार किया.

deceased family cremated the effigy, मृतक के परिवार ने पुतला का किया संस्कार
डूंगरपुर के लाल की कुवैत में मौत

जानकारी के अनुसार बिछीवाड़ा निवासी 55 वर्षीय रमेशचंद्र पंचाल पिछले 27 सालों से कुवैत में रोजगारत था. रमेशचंद्र सालभर में अपने घर बिछीवाड़ा आता था और करीब 4 महीने पहले ही वापस कुवैत लौटा था. करीब 20 दिन पहले रमेशचंद्र की तबीयत खराब होने पर उसे कुवैत के अस्पताल में भर्ती कराया गया था. जहां इलाज के दौरान 28 मई को उसकी मौत हो गई.

पढ़ेंः 3 बीमारियों के बावजूद आरती विजयवर्गीय ने POSITIVE सोच से CORONA को हराया

परिजनों के अनुसार मृतक रमेशचंद्र को किडनी संबंधित बीमारी थी, लेकिन कुवैत सरकार ने मृतक को कोरोना पॉजिटिव होने का दावा करते हुए शव देने से इंकार कर दिया और शव को वहीं पर दफना दिया. इधर, बिछीवाड़ा में मृतक के परिजनों ने बेटे का शव तो नहीं मिला, लेकिन उसकी राख ही नसीब हो जाए, इसके लिए घर मे रखे कपड़ो से पुतला बनाया.

deceased family cremated the effigy, मृतक के परिवार ने पुतला का किया संस्कार
मृतक के परिवार ने पुतला का किया संस्कार

उस पर बेटे का फोटो लगाया. इसके बाद गमगीन माहौल में शवयात्रा निकाली और सभी धार्मिक क्रियाएं पूरी करते हुए पुतले का अंतिम संस्कार किया. जिससे पुतले से जो राख नसीब होगी उसका विसर्जन किया जा सके. साथ ही सामाजिक अन्य क्रियाएं भी पूरी की जा सके.

बता दें कि लॉकडाउन पीरियड के पिछले दो महीनों में खाड़ी देश कुवैत में डूंगरपुर जिले के 7 लोगों की मृत्यु हो गई है. कुवैत सरकार ने सभी 7 मृतकों को कोरोना पॉजिटिव होने का दावा करते हुए शवों को वहीं पर दफना दिया.

पढ़ेंः वसुंधरा-दुष्यंत लापता पोस्टर सियासत: कांग्रेस ने घेरा तो वसुंधरा के समर्थन में उतरे कटारिया

इसके बाद यहां परिजनों ने अपने-अपने तरीके से बेटों की मौत पर शौक जताया. इससे पहले जिले के सीमलवाड़ा में भी एक युवक की कुवैत में कोरोना से मौत पर पुतला बनाकर अंतिम संस्कार किया गया था, जबकि दो दिन पूर्व सागवाड़ा क्षेत्र में पिंड बनाकर अंतिम संस्कार की क्रिया की गई थी.

डूंगरपुर. जिले के बिछीवाड़ा निवासी एक व्यक्ति की खाड़ी देश कुवैत में बीमारी से मौत पर हुई. ऐसे में लॉकडाउन के कारण फ्लाइट्स बंद होने की वजह से कुवैत सरकार ने शव का कुवैत में ही अंतिम संस्कार कर दिया. इधर, बिछीवाड़ा में मृतक के परिजनों ने पुतला बनाकर मृतक की शवयात्रा निकाली और सभी धार्मिक क्रियाए पूरी कर पुतले का अंतिम संस्कार किया.

deceased family cremated the effigy, मृतक के परिवार ने पुतला का किया संस्कार
डूंगरपुर के लाल की कुवैत में मौत

जानकारी के अनुसार बिछीवाड़ा निवासी 55 वर्षीय रमेशचंद्र पंचाल पिछले 27 सालों से कुवैत में रोजगारत था. रमेशचंद्र सालभर में अपने घर बिछीवाड़ा आता था और करीब 4 महीने पहले ही वापस कुवैत लौटा था. करीब 20 दिन पहले रमेशचंद्र की तबीयत खराब होने पर उसे कुवैत के अस्पताल में भर्ती कराया गया था. जहां इलाज के दौरान 28 मई को उसकी मौत हो गई.

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परिजनों के अनुसार मृतक रमेशचंद्र को किडनी संबंधित बीमारी थी, लेकिन कुवैत सरकार ने मृतक को कोरोना पॉजिटिव होने का दावा करते हुए शव देने से इंकार कर दिया और शव को वहीं पर दफना दिया. इधर, बिछीवाड़ा में मृतक के परिजनों ने बेटे का शव तो नहीं मिला, लेकिन उसकी राख ही नसीब हो जाए, इसके लिए घर मे रखे कपड़ो से पुतला बनाया.

deceased family cremated the effigy, मृतक के परिवार ने पुतला का किया संस्कार
मृतक के परिवार ने पुतला का किया संस्कार

उस पर बेटे का फोटो लगाया. इसके बाद गमगीन माहौल में शवयात्रा निकाली और सभी धार्मिक क्रियाएं पूरी करते हुए पुतले का अंतिम संस्कार किया. जिससे पुतले से जो राख नसीब होगी उसका विसर्जन किया जा सके. साथ ही सामाजिक अन्य क्रियाएं भी पूरी की जा सके.

बता दें कि लॉकडाउन पीरियड के पिछले दो महीनों में खाड़ी देश कुवैत में डूंगरपुर जिले के 7 लोगों की मृत्यु हो गई है. कुवैत सरकार ने सभी 7 मृतकों को कोरोना पॉजिटिव होने का दावा करते हुए शवों को वहीं पर दफना दिया.

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इसके बाद यहां परिजनों ने अपने-अपने तरीके से बेटों की मौत पर शौक जताया. इससे पहले जिले के सीमलवाड़ा में भी एक युवक की कुवैत में कोरोना से मौत पर पुतला बनाकर अंतिम संस्कार किया गया था, जबकि दो दिन पूर्व सागवाड़ा क्षेत्र में पिंड बनाकर अंतिम संस्कार की क्रिया की गई थी.

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