आसपुर (डूंगरपुर). जिल के पुंजपुर गांव के पुंजेला बांध के निकट स्थित हिंगलाज माता मंदिर और धूणी के महंत रामगिरि महाराज का गुजरात में उपचार के दौरान सोमवार को अंतिम सांस ली. महंत के निधन की खबर गांव में भक्तों को मिलने पर ग्रामीण गुजरात पहुंचकर शव को पूंजपुर में लाया गया. वहीं अंतिम दर्शनार्थ के लिए मन्दिर में रखा गया. महंत के निधन की सूचना पर गांव सहित आसपास के गांवों से बड़ी संख्या में भक्तों ने मन्दिर पहुंचकर अंतिम दर्शन किए.
डोलयात्रा में भावुक हुए भक्त
हिंगलाज माता मंदिर से रामधुन के साथ महंत रामगिरि महाराज की डोलयात्रा रवाना हुई. जैसे से मुख्य मार्गो से गुजरती भक्तों का काफिला भी जुड़ता गया. महंत के अंतिम दर्शन करते समय भक्तों की आंखों में अश्रुधारा बह रहे थे. यात्रा में भक्तगण महंत के जयघोष लगाते हुए चल रहे थे. यात्रा गांव के मुख्य मार्गो से होते हुए पुनः मन्दिर परिसर पहूंची. मन्दिर के निकट ही समाधी बनाई गई. जहां पर क्षीरेश्वर मठ के महंत रोहितपुरी महाराज के दिशा निर्देश में साधु संतों ने धार्मिक मंत्रोच्चार के बीच महंत को समाधि दी गई. इस अवसर पर बड़ी संख्या में भक्तगण मौके पर मौजूद रहे.
पढ़ें: रामेश्वर डूडी की बढ़ाई गई सुरक्षा, सीएम गहलोत ने दिए निर्देश
साधु सन्तों ने किए अंतिम दर्शन
महंत के निधन पर मढ़ी के सोमगिरि महाराज, बाबा रामदेव मन्दिर के चेनदास महाराज, रुद्रवाहिनी संघ के राष्ट्रीय अध्यक्ष योगी प्रकाशनाथ,महंत विष्णुगिरी, महंत रोहितपुरी, महंत रघुनाथगोरी, महंत विनोदपुरी, महंत सुधीरगिरी, महंत प्रतापगिरी, राजनगिरी, गजानन्दगीरी, अनुरोधगिरी,राजेंद्रनन्द गिरी, शेलेशगिरी, धिरजगिरी, सुमित गिरी सहित कई मढ़ी से सन्तों ने भाग लिया. इसी तरह देर शाम तक क्षिरेश्वर ,वांदरवेड, कुंआ,मठ झरियाणा,धताना,जैताना, नादिया, देवला,खेमपुर हरियाणा, मोडासा, हिम्मतनगर,बांसवाडा ,टामटिया,चित्तोड ,जयपुर सहित दूरदराज एवं क्षेत्र के भक्तो के पहुंचने का क्रम बना हुआ है.