डूंगरपुर. सागवाड़ा थाना पुलिस ने करोड़ों रुपए की ठगी कर फरार हुए एली ग्लोबल कंपनी के निदेशक और ब्रांच मैनेजर को गिरफ्तार कर लिया है. दोनों एफडी और आरडी के नाम पर लोगों से करोड़ां रुपए ऐंठकर फरार हो गए थे. पुलिस दोनों से पूछताछ कर रही है.
एसपी कुंदन कवरिया ने बताया कि अमृतलाल पुत्र शंकरलाल परमार निवासी पादरा की ओर से रिपोर्ट दर्ज करवाई गई. इसमें बताया कि एली ग्लोबल नाम की कंपनी के निदेशक और ब्रांच मैनेजर ने एजेंट बनाकर आरडी और एफडी करवाई. करोड़ों रुपए ऐंठकर कंपनी के निदेशक और ब्रांच मैनेजर फरार हो गए. घटना को लेकर सागवाड़ा थाना पुलिस ने केस दर्ज कर जांच शुरू कर दी. पुलिस ने एली ग्लोबल कंपनी के निदेशक उमेश पंजाबी (50) पुत्र बालकृष्ण पंजाबी निवासी गुजरात और सागवाड़ा ब्रांच मैनेजर मुकेश (39) पुत्र विजयलाल खराड़ी मीणा निवासी डूंगरपुर को तलाश करते हुए गिरफ्तार कर लिया.
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वारदात का तरीकाः एसपी ने बताया कि उदयपुर निवासी शिशिर दरोलिया, गुजरात नडियाद निवासी उमेश पंजाबी, उत्तरप्रदेश लखनऊ निवासी संजय भट्टाचार्य तीनों ने मिलकर गुजरात के अहमदाबाद में एली ग्लोबल नाम की एक कंपनी खोली. जिसमें अहमदाबाद के चार्मी मोदी को अकाउंट संबंधी देखभाल के लिए भागीदार बना दिया. कंपनी में अलग- अलग एफडी और आरडी की 3 से 5 साल के लिए निवेश की स्कीम बनाई. कंपनी को रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया से अनुबंधित बताकर पैंपलेट छपवाकर बांटे. कंपनी में एजेंट बनाने शुरू किए.
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अलग-अलग जगह जाकर कंपनी के लिए सदस्य जोड़ते और उनसे एफडी व आरडी की स्कीम में बड़ा फायदा दिखाकर निवेश करवाते. एजेंटों को कमीशन दिया जाता था. ग्राहक बढ़ने पर राजस्थान, गुजरात, यूपी, बिहार, राज्य में कई जगह पर एली ग्लोबल कंपनी की ब्रांच खोली गई. वहां पर मिलने वाले एक व्यक्ति को मैनेजर बना दिया. वो पूरा हिसाब-किताब निदेशक को देते थे. बदले में उन्हें कमीशन मिलता था. ब्रांच खोलने के 3 साल का समय पूरा होने पर एफडी और आरडी की मैच्योरिटी पूरी हुई और लोगों को राशि लौटाने का समय आ गया. इस दौरान निदेशक और ब्रांच मैनेजर राशि लौटाने की बजाय ब्रांच बंद कर भाग गए. इस तरह आरोपी निवेशकों के 4 करोड़ रुपए की राशि हड़प कर फरार हो गए थे.