डूंगरपुर. जिला कारागृह में कोरोना विस्फोट के बाद जेल में विचाराधीन कैदियों में ख़ौफ़ का माहौल है. 70 कैदियों की क्षमता वाली जेल में दोगुने कैदियों को रखने से संक्रमण का खतरा सबसे ज्यादा है. जेल में संक्रमण नहीं फैले, इसके लिए जिला प्रशासन की ओर से संक्रमित 27 कैदियों को अब अन्य सुरक्षित जगह पर शिफ्ट करते हुए इलाज करवाने की तैयारी चल रही हैं.
डूंगरपुर जिला कारागृह में 65 में से 32 विचाराधीन कैदियों के कोरोना संक्रमित पाए जाने के बाद से जेल प्रशासन में हड़कंप मचा हुआ है. वहीं जेल में बंद अन्य विचाराधीन कैदियों में भी ख़ौफ़ का माहौल है. हालांकि कोरोना पॉजिटिव रिपोर्ट आते ही संक्रमित मरीजों को अलग करते हुए जेल प्रशासन ने अलग से बैरक में आइसोलेट कर दिया है, जबकि स्वस्थ मरीजों को अलग से रखा गया है. कोरोना पॉजिटिव आये 32 कैदियों में से 5 कैदियों की कोर्ट से रिहाई हो चुकी है, जबकि 27 संक्रमित कैदी अब भी जेल में है.
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मामले को लेकर जिला कलेक्टर सुरेश कुमार ओला ने बताया कि जेल में संक्रमित कैदियों को अभी अलग से रखा गया है और उनमें किसी तरह के सिम्टम्स नहीं है. लेकिन संक्रमित कैदियों को इलाज के लिए अलग से वार्ड या फिर सुरक्षित जगह पर शिफ्ट किया जाएगा, जहां उनका इलाज होगा. बता दें कि डूंगरपुर जिला कारागृह में 70 कैदियों की क्षमता है, लेकिन जेल में क्षमता से दोगुने 130 कैदी जेल में हैं. ऐसे में जेल में कैदियों के बीच सोशल डिस्टेंसिंग को मेंटेन करना सबसे बड़ा मुश्किल भरा है.