डूंगरपुर. जिले में नर्सिंग का कोर्स पूरा कर चुके अभ्यर्थियों ने जिले में फैले झोलाछाप डॉक्टरों के खिलाफ कार्रवाई की मांग को लेकर कलेक्ट्रेट पर प्रदर्शन किया. इसके बाद जिला कलेक्टर को ज्ञापन सौंपते हुए झोलाछाप नीम हकीमों पर ठोस कार्रवाई करने की मांग की.
डूंगरपुर जिले के नर्सिंग अभ्यर्थी सोमवार को जिला कलेक्ट्रेट पर एकत्रित हुए. इसके बाद नर्सिंग छात्र संगठन के जिला अध्यक्ष जगदीश पंचाल ने बताया कि जिले के हर गांव में बिना डिग्री के झोलाछाप डॉक्टर दुकानें खोल कर बैठ गए हैं और आमजन के स्वास्थ्य के साथ उनकी जान के साथ खिलवाड़ कर रहे हैं. ऐसे में उनके खिलाफ अभियान चलाकर कार्रवाई किया जाना आवश्यक है.
उन्होंने कहा कि झोलाछाप बंगाली डॉ. बिना किसी वैध डिग्री के मरीजों का फर्जी तरीके से इलाज कर रहे है, जिससे कई बार मरीजों की जान चली जाती हैं. नर्सिंग छात्रों ने कहा कि निजी अस्पतालों में भी नर्सिंग कर्मियों का शोषण किया जा रहा है. इस मामले में भी नर्सिंग अभ्यर्थियों ने अपनी आवाज बुलंद की.
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पंचाल ने बताया कि निजी अस्पतालों में संचालक महज 5 से 7 हजार रुपए में नर्सिंग कर्मियों की सेवाएं ले रहे हैं. नर्सिंग छात्र संगठन ने जिला कलेक्टर से वार्ता कर निजी अस्पताल संचालकों को पाबंद कर नर्सिंग कर्मियों को 20 हजार रुपये तक मासिक वेतन दिलाने की मांग भी की है. वहीं झोलाछाप बंगालियों के खिलाफ ठोस कार्रवाई की भी गुहार लगाई है.