डूंगरपुर. निकाय चुनाव 2021 के लिए ऐलान होते ही राजनैतिक पार्टियों में हलचल भी तेज हो गई है. निकाय चुनावों में पार्षद उम्मीदवारों के लिए दोनों ही प्रमुख पार्टियों की ओर से माथापच्ची शुरू हो गई है. वहीं इस बार तीसरी पार्टी के रूप में निर्दलीय भी चुनाव मैदान में उतर सकते हैं, जो सबसे बड़ी चुनौती के रूप में होंगे.
डूंगरपुर निकाय में पिछले तीन दशक से भाजपा का कब्जा है. इस पर भाजपा एक बार फिर अपना कब्जा बरकरार रखने का प्रयास करेगी. भाजपा जिलाध्यक्ष प्रभु पंड्या ने ईटीवी भारत से बातचीत में कहा कि डूंगरपुर नगर परिषद और सागवाड़ा नगर पालिका चुनाव अगस्त 2020 में होने थे. ऐसे में भाजपा की ओर से पिछले 6 महीने से तैयारी है. डोर-टू-डोर सर्वे, संपर्क अभियान, वार्डों की मीटिंग के साथ रिजर्वेशन कैटेगरी को ध्यान में रखते हुए उम्मीदवारों की सूचियां तैयार कर ली गई है. वहीं उम्मीदवारों का 3-3 का पैनल भी तैयार है. प्रभु पंड्या ने कहा कि भाजपा को दोनों निकायों में जीत का पूरा विश्वास है और पार्टी पूरे आत्मविश्वास के साथ उतरेगी और जीत दर्ज करेगी.
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पार्षद उम्मीदवारों की जारी करने के सवाल पर पंड्या ने कहा कि 13 और 14 जनवरी को जयपुर में भाजपा प्रदेशाध्यक्ष के नेतृत्व में कौर कमेटी की बैठक होगी. जिसमें प्रत्येक उम्मीदवार पर चर्चा करते हुए उस पर अंतिम मुहर लगेगी और इसके बाद ही टिकिट तय होगा. भाजपा में सभापति उम्मीदवार के सवाल पर पंड्या ने कहा कि भाजपा में हर एक कार्यकर्ता सभापति बनने के लिए योग्य है, लेकिन सीट एसटी रिजर्व है और पार्टी जिसे चाहेगी उसे सभापति बनाया जाएगा. पंड्या ने डूंगरपुर के साथ ही सागवाड़ा नगर पालिका में भी भाजपा की जीत का दावा किया.