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डूंगरपुरः 67 झोलाछाप डॉक्टरों पर कार्रवाई, भारी मात्रा में अवैध दवाइयां, औजार और इंजेक्शन बरामद

डूंगरपुर में झोलाछाप डॉक्टरों पर लगातार कार्रवाई की जा रही है. पिछले 2 दिनों में 67 झोलाछाप पर कार्रवाई करते हुए उन्हें गिरफ्तार किया गया है. पुराना बस स्टैंड के पास स्थित एक दवाखाने पर कार्रवाई की गई, जिसमें भारी मात्रा में अवैध तरीके से मरीजों के इलाज के लिए रखी गई दवाइयां, इंजेक्शन और औजार मिले हैं.

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Published : Dec 30, 2019, 7:11 PM IST

डूंगरपुर न्यूज, dunagrpur news
जिले में 67 झोलाछाप पर कार्रवाई के बाद अब शुरू हुई जांच

डूंगरपुर. जिले में अवैध तरीके से दवाखाने खोलकर मरीजों की जान के साथ खिलवाड़ करने वाले झोलाछाप डॉक्टरों पर छापेमार कार्रवाई से हड़कंप मचा है. जहां पिछले 2 दिनों में 67 झोलाछाप पर कार्रवाई करते हुए उन्हें गिरफ्तार किया गया है.

जिले में 67 झोलाछाप पर कार्रवाई के बाद अब शुरू हुई जांच

पुलिस की कार्रवाई के बाद अब चिकित्सा विभाग की टीमें कार्रवाई में जुट गई हैं, जहां 2 दिन पहले पुराने बस स्टैंड के पास स्थित एक दवाखाना जो क्लीनिक की तरह चलाया जा रहा था, उसपर कार्रवाई की गई, जहां मौके से भारी मात्रा में अवैध तरीके से मरीजों के इलाज के लिए रखी गई दवाइयां, इंजेक्शन और औजार मिले हैं.

पुलिस ने झोलाछाप के खिलाफ कार्रवाई के बाद एक रिपोर्ट चिकित्सा विभाग को दी है, जिसमें इन झोलाछाप की डिग्री सहित उनके क्लीनिक पर उपलब्ध दवाइयों की जांच करते हुए रिपोर्ट के लिए लिखा है. इसके बाद सीएमएचओ डॉ महेंद्र परमार ने जिले के सभी ब्लॉक सीएमएचओ और संबंधित डॉक्टर को पुलिस कार्रवाई में सहयोग के आदेश जारी कर दिए हैं.

पढ़ें- जाको राखे साइयां...पोकरण में श्रमिक पर गिरी 35 फीट ऊंची दीवार, बाल-बाल बचा

इसके बाद आज कोतवाली थाना एसआई अरुण कुमार, ड्रग इंस्पेक्टर नेहा बंसल, ब्लॉक सीएमएचओ डॉ सुनील मईड़ा, डॉ. विपिन मीणा सहित टीम झोलाछाप के क्लीनिक पर जांच के लिए पंहुची. गिरफ्तार झोलाछाप एके चौधरी निवासी पश्चिम बंगाल के क्लिनिक पर सील चस्पा खोलकर जांच की तो 5 कमरों के दवाखाने में करीब 7 से ज्यादा बेड लगे हुए थे. एक सरकारी अस्पताल की तरह यहां मरीजों को भर्ती करने की सुविधा थी, तो वहीं भारी मात्रा में अवैध तरीके से रखी गई दवाइयां भी मिली, जो किसी वैध डिग्री के अलावा नहीं रखी जा सकती है.

साथ ही क्लीनिक में इंजेक्शन और कई दर्द निवारक दवाइयां भी मिली है, जो कि केवल एक एमबीबीएस डॉक्टर ही कर सकता है, लेकिन यहां अवैध तरीके से मरीजों का इलाज कर उनकी जान के साथ खिलवाड़ किया जा रहा था. क्लीनिक पर कई औजार भी मिले हैं, जो मरीजों के छोटे-मोटे ऑपरेशन में काम आते हैं. टांके लगाने के लिए धागा और सुई भी मिली है.

पढ़ेंः मुख्यमंत्री अशोक गहलोत एक दिवसीय दौरे पर आएंगे सांचौर, किसानों के लिए कर सकते है बड़ी घोषणा

इनके अलावा बीपी जांच मशीन सहित और भी कई मशीन बरामद किए गए हैं. चिकित्सा विभाग ने दवाइयों ओर मशीनों की रिपोर्ट बनाते हुए जब्त कर लिए है. इसी तरह की दवाइयां ओर जांच जिले में सभी फर्जी और झोलाछाप के दवाखानों पर की जा रही है, जहा भारी मात्रा में अवैध दवाइयां बरामद की जा रही हैं.

डूंगरपुर. जिले में अवैध तरीके से दवाखाने खोलकर मरीजों की जान के साथ खिलवाड़ करने वाले झोलाछाप डॉक्टरों पर छापेमार कार्रवाई से हड़कंप मचा है. जहां पिछले 2 दिनों में 67 झोलाछाप पर कार्रवाई करते हुए उन्हें गिरफ्तार किया गया है.

जिले में 67 झोलाछाप पर कार्रवाई के बाद अब शुरू हुई जांच

पुलिस की कार्रवाई के बाद अब चिकित्सा विभाग की टीमें कार्रवाई में जुट गई हैं, जहां 2 दिन पहले पुराने बस स्टैंड के पास स्थित एक दवाखाना जो क्लीनिक की तरह चलाया जा रहा था, उसपर कार्रवाई की गई, जहां मौके से भारी मात्रा में अवैध तरीके से मरीजों के इलाज के लिए रखी गई दवाइयां, इंजेक्शन और औजार मिले हैं.

पुलिस ने झोलाछाप के खिलाफ कार्रवाई के बाद एक रिपोर्ट चिकित्सा विभाग को दी है, जिसमें इन झोलाछाप की डिग्री सहित उनके क्लीनिक पर उपलब्ध दवाइयों की जांच करते हुए रिपोर्ट के लिए लिखा है. इसके बाद सीएमएचओ डॉ महेंद्र परमार ने जिले के सभी ब्लॉक सीएमएचओ और संबंधित डॉक्टर को पुलिस कार्रवाई में सहयोग के आदेश जारी कर दिए हैं.

पढ़ें- जाको राखे साइयां...पोकरण में श्रमिक पर गिरी 35 फीट ऊंची दीवार, बाल-बाल बचा

इसके बाद आज कोतवाली थाना एसआई अरुण कुमार, ड्रग इंस्पेक्टर नेहा बंसल, ब्लॉक सीएमएचओ डॉ सुनील मईड़ा, डॉ. विपिन मीणा सहित टीम झोलाछाप के क्लीनिक पर जांच के लिए पंहुची. गिरफ्तार झोलाछाप एके चौधरी निवासी पश्चिम बंगाल के क्लिनिक पर सील चस्पा खोलकर जांच की तो 5 कमरों के दवाखाने में करीब 7 से ज्यादा बेड लगे हुए थे. एक सरकारी अस्पताल की तरह यहां मरीजों को भर्ती करने की सुविधा थी, तो वहीं भारी मात्रा में अवैध तरीके से रखी गई दवाइयां भी मिली, जो किसी वैध डिग्री के अलावा नहीं रखी जा सकती है.

साथ ही क्लीनिक में इंजेक्शन और कई दर्द निवारक दवाइयां भी मिली है, जो कि केवल एक एमबीबीएस डॉक्टर ही कर सकता है, लेकिन यहां अवैध तरीके से मरीजों का इलाज कर उनकी जान के साथ खिलवाड़ किया जा रहा था. क्लीनिक पर कई औजार भी मिले हैं, जो मरीजों के छोटे-मोटे ऑपरेशन में काम आते हैं. टांके लगाने के लिए धागा और सुई भी मिली है.

पढ़ेंः मुख्यमंत्री अशोक गहलोत एक दिवसीय दौरे पर आएंगे सांचौर, किसानों के लिए कर सकते है बड़ी घोषणा

इनके अलावा बीपी जांच मशीन सहित और भी कई मशीन बरामद किए गए हैं. चिकित्सा विभाग ने दवाइयों ओर मशीनों की रिपोर्ट बनाते हुए जब्त कर लिए है. इसी तरह की दवाइयां ओर जांच जिले में सभी फर्जी और झोलाछाप के दवाखानों पर की जा रही है, जहा भारी मात्रा में अवैध दवाइयां बरामद की जा रही हैं.

Intro:डूंगरपुर। जिले में अवैध तरीके से दवाखाने खोलकर मरीजों की जान के साथ खिलवाड़ करने वाले झोलाछाप डॉक्टरों पर छापेमार कार्रवाई से हड़कंप मचा है। जिले में पिछले 2 दिनों में 67 झोलाछाप पर कार्रवाई करते हुए उन्हें गिरफ्तार किया गया है। पुलिस की कार्रवाई के बाद अब चिकित्सा विभाग की टीमें कार्रवाई में जुट गई है, जहां एक दवाखाने की तरह ही क्लीनिक को चलाया जा रहा है तो मौके से भारी मात्रा में अवैध तरीके से मरीजो के इलाज के लिए रखी गई दवाइयां, इंजेक्शन और औजार मिले है।


Body:पुलिस ने झोलाछाप के खिलाफ कार्रवाई के बाद एक रिपोर्ट चिकित्सा विभाग को दी है जिसमें इन झोलाछाप की डिग्री सहित उनके क्लीनिक पर उपलब्ध दवाइयों की जांच करते हुए रिपोर्ट के लिए लिखा है। इसके बाद सीएमएचओ डॉ महेंद्र परमार ने जिले के सभी ब्लॉक सीएमएचओ ओर संबंधित डॉक्टर को पुलिस कार्रवाई में सहयोग के आदेश जारी कर दिए है।
इसके बाद आज कोतवाली थाना एसआई अरुण कुमार, ड्रग इंस्पेक्टर नेहा बंसल, ब्लॉक सीएमएचओ डॉ सुनील मईड़ा, डॉ. विपिन मीणा सहित टीम झोलाछाप के क्लीनिक पर जांच के लिए पंहुची। गिरफ्तार झोलाछाप एके चौधरी निवासी पश्चिम बंगाल के क्लिनिक पर सील चस्पा खोलकर जांच की तो 5 कमरों के दवाखाने में करीब 7 से ज्यादा बेड लगे हुए थे। एक सरकारी अस्पताल की तरह यहां मरीजो को भर्ती करने की सुविधा थी तो वही भारी मात्रा में अवैध तरीके से रखी गई दवाइयां भी मिली, जो किसी वैध डिग्री के अलावा नहीं रखी जा सकती है। क्लीनिक में इंजेक्शन और कई दर्द निवारक दवाइयां भी मिली है जो कि केवल एक एमबीबीएस डॉक्टर ही कर सकता है, लेकिन यहां अवैध तरीके से मरीजो का इलाज कर उनकी जान के साथ खिलवाड़ किया जा रहा था।
इस क्लीनिक पर कई औजार भी मिले है जो मरीजो के छोटे-मोटे ऑपरेशन में काम आते है। टाके लगाने के लिए धागा ओर सुई भी मिली है। इसके अलावा बीपी जांच मशीन सहित ओर भी कई मशीन बरामद किए गए है। चिकित्सा विभाग ने दवाइयों ओर मशीनों की रिपोर्ट बनाते हुए जब्त कर लिए है। इसी तरह की दवाइयां ओर जांच जिले में सभी फर्जी व झोलाछाप के दवाखानों पर की जा रही है, जहा भारी मात्रा में अवैध दवाइयां बरामद की जा रही है।

बाईट: नेहा बंसल, ड्रग इंस्पेक्टर डूंगरपुर।


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