डूंगरपुर. राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम के तहत जिले के 10 बच्चों का जयपुर के निजी चिकित्सालय में निःशुल्क इलाज किया जाएगा. इस दौरान उनके बच्चों के साथ उनके परिजनों को भी रवाना किया जाएगा, जो अब पूरी तरह से स्वस्थ होने के बाद ही लौटेंगे.
मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. राजेश शर्मा ने बताया कि जिले में आरबीएसके कार्यक्रम के तहत स्कूल और आंगवाडी केन्द्रों पर निरन्तर बच्चों के स्वास्थ्य की जांच की जा रही है. जांच के दौरान सामान्य बीमारियों का इलाज दवाइयां देकर की जा रही है. वहीं आवश्यक होने पर बच्चों को चिकित्सा के लिए उच्च चिकित्सा संस्थान के लिए रेफर कर इलाज किया जा रहा है.
सीएमएचओ ने बताया कि गम्भीर बीमारियों से ग्रसित बीपीएल परिवारों के बच्चों के लिए राज्य सरकार की जनकल्याणकारी स्वास्थ्य योजनाओं के माध्यम से निःशुल्क उपचार किया जा रहा है. आरसीएचओ डॉ. कांतिलाल पलात ने बताया कि जिले के दो ब्लॉक डूंगरपुर और सीमलवाडा के 10 बच्चों को शुक्रवार को डूंगरपुर से जयपुर निजी चिकित्सालय में रेफर किया गया है. यह सभी बच्चे जन्मजात विकार कटे होट, तालू और फिस्टूला से ग्रसित हैं. इन सभी बच्चों का एक सप्ताह के भीतर आपॅरेशन किया जाएगा और जल्द ही यह सभी स्वस्थ होकर वापस डूंगरपुर अपने परिवार के बीच लौंटेगे.
डॉ. मनीषा डामोर ने बताया कि डूंगरपुर से जयपुर रेफर हुए बच्चों कि उम्र दो से नौ वर्ष है. इन सभी बच्चों और इनके साथ जाने वाले परिवार के सदस्यों को राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम के तहत डूंगरपुर से जयपुर आने-जाने, जयपुर में रहना और खाना खाने के साथ ही बच्चों की चिकित्सा राज्य सरकार की जनकल्याणकारी योजना आरबीएसके के तहत निःशुल्क किया जाएगा. इस दौरान आरबीएसके टीम के डॉ. प्रीती खराडी, डॉ. मोनिका मीणा, डॉ. पूजा डेण्डोर, डॉ देवीलाल डामोर, डॉ. शातिलाल और टीम के सदस्य मौजूद रहें.