डूंगरपुर. कोरोना वायरस ने देश और दुनिया को हिला कर रख दिया है. कोरोना ने सभी को किसी न किसी रूप में दर्द दिया है, लेकिन अब कोरोना वैक्सीन का सभी को इंतजार है. वैक्सीनेशन को लेकर डूंगरपुर चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग ने पूरी तैयारी कर ली है. प्रथम चरण में 10 हजार 262 स्वास्थ्य विभाग और महिला एवं बाल विकास विभाग के कर्मचारियों को कोविड वैक्सीन लगाई जाएगी. सभी कार्मिकों का कोविड सॉफ्टवेयर पर पंजीयन कर दिया गया है.
वैक्सीनेशन के लिए जिले में 99 केन्द्र बनाए गए हैं और 140 टीमों का गठन किया गया है. प्रत्येक टीम में पांच सदस्य यानि 700 कर्मचारी वैक्सीनेशन केन्द्रों की व्यवस्थाओं को संभालेंगे. इनमें से 80 फीसदी कर्मचारियों को वैक्सीनेशन के दौरान व्यवस्थाओं को संभालने की ट्रेनिंग भी दे दी गई है. वैक्सीनों को रखने के लिए जिले में 61 कोल्ड चेन बनाई गई है.
ब्लॉक वार जानिए चयनित कर्मचारियों की सूची
ब्लॉक | संख्या |
आसपुर | 1515 |
बिछीवाड़ा | 2217 |
डूंगरपुर | 1401 |
सागवाड़ा | 1804 |
सीमलवाड़ा | 1816 |
पुराना अस्पताल और सीएमएचओ कार्यालय | 129 |
मेडिकल कॉलेज | 694 |
श्री हरिदेव जोशी सामान्य अस्पताल | 335 |
निजी अस्पताल डूंगरपुर | 244 |
ईएसआई डिस्पेंसरी | 13 |
एएनएमटीसी, डूंगरपुर | 94 |
कुल | 10 हजार 262 |
साइड इफेक्ट पर बचाव के भी होंगे इंतजाम
वैक्सीनेशन के दौरान सबसे खास बात यह होगी कि वैक्सीनेशन प्वॉइंट पर एईएफआई किट यानि कि वैक्सीन का साइड इफेक्ट नजर आने पर इसे दूर करने की दवाएं भी मौजूद रहेंगी. सीएमएचओ डॉ. महेन्द्र परमार के अनुसार किसी भी नई वैक्सीन के साइड इफेक्ट स्वाभाविक है. वैक्सीन लगाने से पहले उसके साइड इफेक्ट से निपटने की तैयारी भी की गई है. इसके लिए प्रत्येक वैक्सीनेशन केन्द्र पर वैक्सीन के उपरांत लाभार्थी को 30 मिनट तक पर्यवेक्षण रूम में रोककर साइड इफेक्ट की जांच की जाएगी. साइड इफेक्ट नजर आते ही एईएफआई किट का इस्तेमाल कर इसे दूर किया जाएगा.
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जिले में अभी 263 एक्टिव केस
कोरोना वैक्सीन को लेकर डूंगरपुर चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग ने अपनी तैयारी पूरी कर ली है. अब सभी को कोरोना वैक्सीन का इन्तजार है. इधर, डूंगरपुर में अब धीरे-धीरे कोरोना संक्रमण में कमी आ रही है. जिले में अब तक 4 हजार 740 केस आए थे, जिसमें से 4 हजार 413 लोग ठीक हो चुके हैं. वहीं वर्तमान में जिले में सिर्फ 293 केस ही एक्टिव हैं.