धौलपुर. जानकारी के अनुसार भारी गांजे की खेप उड़ीसा से अलवर जिले में पहुंचाई जा रही थी. पकड़े गए गांजे की कीमत करीब 27 लाख रुपये बताई जा रही है. कोतवाली थाना प्रभारी रमेश तंवर ने बताया कि एएसपी राजेंद्र वर्मा और सीओ हरिराम मीना के नेतृत्व में कराई जा रही नाकाबंदी के दौरान पुलिस को सुबह 11 बजे मुरैना से एक ट्रक आता हुआ दिखाई दिया. जिसे रोकने का इशारा करने पर ट्रक चालक नाकाबंदी को तोड़कर भाग गया. जिस पर पुलिस ने जीप से पीछा कर शेरगढ़ किले के मोड़ पर ट्रक को रोक लिया.
ट्रक को रोकते ही चालक और खलासी भागने लगे. जिनका पीछा कर पुलिस ने उन्हें रोक लिया. पूछताछ में दोनों ने ट्रक को खाली बताते हुए छोड़ने की गुहार लगाईं. जिस पर शक होने पर कोतवाली पुलिस और क्यूआरटी की टीम ने ट्रक में अंदर घुसकर देखा तो उन्हें गांजे की सुगंध आ गई.
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जिसकी तलाशी में पुलिस को 91 पैकेट में 182 किलो गांजे को जब्त कर पुलिस ने चालक चतर सिंह पुत्र रामेश्वर गुर्जर निवासी किशनपुर थाना नदबई और खलासी ओमी उर्फ़ ओमप्रकाश पुत्र कैलाश यादव निवासी कुनखर थाना मालाखेड़ा अलवर को गिरफ्तार कर लिया. जिन्होंने पूछताछ में बताया कि वे उड़ीसा के भुवनेश्वर के पास से गांजे को लेकर आये थे. जो खलासी के परिचित मालाखेड़ा निवासी राहुल उर्फ़ रोहताश को सप्लाई किया जाना था. जिसने दोनों को गांजे की सप्लाई बहरोड़ निवासी घनश्याम के पास छोड़ने की बात कही है.
मामले में पुलिस ने ट्रक और गांजे को जब्त कर चालक और खलासी को एनडीपीएस एक्ट में गिरफ्तार कर लिया है. पुलिस द्वारा की गई कार्यवाई के दौरान थाना प्रभारी रमेश तंवर के साथ एएसआई झम्मन लाल, हैड कॉन्स्टेबल मोहन मीना और क्यूआरटी के साथ कोतवाली पुलिस के जवान मौजूद रहे.