धौलपुर. पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे की पुत्रवधू निहारिका राजे की तबीयत खराब होने पर राजे समर्थकों ने नरसिंह भगवान के मंदिर में अनुष्ठान किया. इस अनुष्ठान में शामिल होने के लिए पहुंचे धौलपुर-करौली सांसद मनोज राजोरिया की मौजूदगी ने जिले की राजनीति में हलचल तेज कर दी है.
दरअसल सांसद डॉ मनोज राजोरिया पिछले काफी समय से वसुंधरा समर्थकों की ओर से आयोजित कार्यक्रमों से दूरी बनाकर चल रहे थे. उनकी उपस्थिति अधिकतर भाजपा प्रदेशाध्यक्ष सतीश पूनिया के कार्यक्रमों में बनी रहती थी. ऐसे में साफ माना जा रहा था कि राजोरिया का झुकाव सतीश पूनिया के गुट की तरफ ही रहा है. लेकिन निहारिका राजे की तबीयत खराब होने के बाद हुए धार्मिक अनुष्ठान में सांसद राजोरिया की मौजूदगी ने चर्चाओं के साथ ही कई तरह के कयासों को हवा दे दी है.
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लंबे समय के बाद राजोरिया की मौजूदगी को देख जिले की राजनीति में चर्चा शुरू हो गई है कि क्या अब राजोरिया एक बार फिर वसुंधरा गुट की तरफ आ गए हैं. दरअसल राजस्थान भाजपा में वसुंधरा राजे और सतीश पूनिया गुट लगातार बना हुआ है. दोनों गुटों की तरफ से सियासी हलचल भी बनी रहती है. विधानसभा चुनाव में मिली हार और उसके बाद वसुंधरा राजे की सक्रियता राज्य की राजनीति में कम होने के बाद से सांसद राजोरिया की उपस्थिति कम ही दिखाई देती रही है. वे सतीश पूनिया के कार्यक्रम में ही शामिल हो रहे थे. हालांकि राजोरिया को सबसे पहले वर्ष 2014 के लोकसभा चुनाव के दौरान टिकट दिलाने में वसुंधरा राजे की ही अहम भूमिका रही है.