धौलपुर. जिला परिषद एवं पंचायत समिति वार्ड चुनाव के लिए शुक्रवार को नामांकन के आखिरी दिन दावेदारों का भीड़ जुटी. जिले की सभी पंचायत समिति के निर्वाचन अधिकारी के समक्ष प्रत्याशियों ने शुभ मुहूर्त में नामांकन दाखिल किए. 11 अक्टूबर को नामांकन वापसी की प्रक्रिया होगी. गांव की सरकार चुनने के लिए लोगों में भी भारी उत्साह देखा जा रहा है. वहीं पंचायत चुनाव में भाजपा और कांग्रेस में फूट भी नजर आ रही है.
भाजपा और कांग्रेस दोनों पार्टियों में फूट
जिला परिषद एवं पंचायत समिति चुनाव में भाजपा और कांग्रेस दोनों ही पार्टियों में फूट देखी जा रही है. भाजपा की बात की जाए तो पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे खेमे के समर्थक नाराज दिखाई दे रहे हैं. टिकट वितरण में वसुंधरा राजे के समर्थकों को प्राथमिकता नहीं दी गई है. सतीश पूनिया गुट के उम्मीदवार अधिकांश पंचायत समिति एवं जिला परिषद वार्ड में उतारे गए हैं. वहीं कांग्रेस की स्थिति भी ऐसी ही देखी जा रही है. कांग्रेस पार्टी में बाड़ी विधायक गिर्राज सिंह मलिंगा और बसेड़ी विधायक खिलाड़ी लाल बैरवा एक गुट में बंट गए हैं. वहीं दूसरा गुट राजाखेड़ा विधायक रोहित बोहरा का है. जिससे कांग्रेस में दो फाड़ दिखाई दे रहा है. हाल ही में गिर्राज सिंह मलिंगा ने उनके क्षेत्र से जिला प्रमुख बनने का बयान देकर कांग्रेस पार्टी में भूचाल ला दिया था.
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तीन चरण में होंगे चुनाव
धौलपुर जिले की सभी पंचायत समिति में चुनाव 3 चरणों में संपन्न होंगे. पहला चरण 20 अक्टूबर को राजाखेड़ा और धौलपुर पंचायत समिति में होगा. दूसरा चरण 23 अक्टूबर को सैपऊ और बाड़ी पंचायत समिति में होगा, वहीं तीसरा चरण 26 अक्टूबर को बसेड़ी और सरमथुरा पंचायत समिति में संपन्न होगा. पंचायत चुनाव को शांतिपूर्वक संपन्न कराने के लिए निर्वाचन विभाग ने कड़े इंतजाम किए हैं.
फिलहाल पंचायत समिति प्रधान एवं जिला प्रमुख पद हासिल करने के लिए भाजपा और कांग्रेस दोनों ही पार्टियों ने एड़ी से चोटी तक का जोर लगा दिया है. लेकिन दोनों ही पार्टियों का गणित बहुजन समाज पार्टी के प्रत्याशी बिगाड़ सकते हैं. इस कारण भाजपा और कोंग्रेस दोनों ही दलों में असमंजस की स्थिति देखी जा रही है.