धौलपुर. जिले की ग्राम पंचायत भैसेना के सरपंच पर 3 मई, 2020 को 1 दर्जन से अधिक बजरी माफियाओं ने लाठी-डंडों से जानलेवा हमला किया था. आरोपियों द्वारा किए गए हमले में सरपंच गंभीर रूप से घायल हुआ था. आरोपियों द्वारा लगातार जान से मारने की धमकियां भी दी जा रही है. इसके बावजूद पुलिस ने आरोपियों को गिरफ्तार नहीं किया है. इसे लेकर सरपंच के परिजनों ने एसपी धौलपुर को ज्ञापन प्रेषित किया है. ज्ञापन के माध्यम से आरोपियों को गिरफ्तार करने की मांग की गई है.
पीड़ित सरपंच यादव सिंह निवासी ग्राम पंचायत भैसेना ने बताया कोरोना बीमारी को लेकर सीओ धौलपुर ने सरपंचों की बैठक बुलाई थी. बैठक में सरपंचों को कोरोना संक्रमण की रोकथाम के लिए गांव की सीमाएं सील करने के निर्देश दिए गए थे.
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गांव के रास्ते से बजरी माफिया अवैध परिवहन करते थे, जिनका रास्ता बंद कर दिया गया था. पीड़ित ने बताया रास्ता बंद हो जाने से बजरी माफियाओं का परिवहन रुक गया था, जिसके कारण बजरी माफिया बौखला गया. पीड़ित ने कहा 3 मई, 2020 को वह धौलपुर शहर से गांव की तरफ आ रहा था, लेकिन जेल रोड के पास पहले से ही घात लगाए बैठे 1 दर्जन से अधिक माफियाओं ने उसपर लाठी-डंडों से ताबड़तोड़ हमले कर दिए.
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आरोपियों द्वारा किए गए हमले में सरपंच गंभीर रूप से जख्मी हुआ है. सरपंच के दोनों पैर और हाथों में फैक्चर हुआ है. प्रकरण में सरपंच ने 1 दर्जन से अधिक आरोपियों के खिलाफ कोतवाली थाना पुलिस के समक्ष जानलेवा हमला करने का मामला दर्ज कराया है, लेकिन आरोपी खुले में घूम रहे हैं. पीड़ित ने बताया आरोपियों द्वारा राजीनामा करने का दबाव बनाया जा रहा है. ऐसा नहीं करने पर आरोपियों द्वारा जान से मारने की धमकी दी जा रही है.
प्रकरण में बुधवार को पीड़ित के परिजनों ने एसपी से मुलाकात कर ज्ञापन प्रेषित किया है. शिकायत पत्र के माध्यम से सरपंच और उसके परिजनों ने आरोपियों को गिरफ्तार करने की मांग की है.