धौलपुर. जिले के पचगांव ग्राम पंचायत की फतेहपुर जाटव बस्ती के 24 से अधिक महिला पुरुषों ने पेयजल समस्या को लेकर जिला कलेक्टर राजेश कुमार जायसवाल को शिकायत पत्र पेश किया है. शिकायतकर्ता महिला और पुरुषों ने 23 दिसंबर 2020 को राज्य सरकार के 2 साल पूरे होने पर जिला मुख्यालय पर हुए कार्यक्रम में जिला प्रभारी मंत्री भजन लाल जाटव को शिकायत पत्र दिया था.
इस पत्र में मंत्री ने सरकारी हैंडपंप लगाने के निर्देश दिए थे. लेकिन मंत्री के आदेश के बाद भी जलदाय विभाग बस्ती के लोगों को पानी मुहैया कराने में नाकाम साबित हो रहा है. ग्रामीणों ने कलेक्टर को शिकायत पत्र पेश कर शीघ्र पेयजल व्यवस्था उपलब्ध कराने की मांग की है.
कलेक्टर को दिए गए शिकायत पत्र में ग्रामीणों ने बताया कि ग्राम पंचायत पंच गांव के फतेहपुर जाटव बस्ती में पिछले लंबे समय से पेयजल किल्लत बनी हुई है. भूमि का जल स्तर नीचे जाने पर हेड पंप सूख चुके हैं. ऐसे में मोहल्ले वासियों को पानी की एक-एक बूंद के लिए तरसना पड़ रहा है. जाटव बस्ती के रहने वाले महिला, पुरुष और बच्चे पानी की समस्या से भारी परेशान है. मवेशी पालन के लिए भी लोगों को भारी मुसीबत उठानी पड़ रही है.
शिकायतकर्ता महिलाओं ने बताया दैनिक कामकाज के लिए 1 से 2 किलोमीटर का सफर तय कर पानी जुटाना पड़ता है. मोहल्ले के लोगों को निजी स्तर पर पैसे खर्च कर टैंकर से भी पानी मंगाना पड़ता है. उन्होंने बताया कि पेयजल समस्या को लेकर पूर्व में भी स्थानीय जनप्रतिनिधि और जिला प्रशासन को अवगत कराया है, लेकिन सिस्टम के जिम्मेदार लापरवाह बने हुए हैं.
पढ़ें- धौलपुर: कलेक्टर राकेश जायसवाल ने हाईटेक लाइब्रेरी का किया अनावरण
पीड़ित महिलाओं ने कहा कि हाल ही में 23 दिसंबर 2020 को राज्य सरकार के 2 वर्ष पूरे होने पर जिला मुख्यालय पर प्रभारी मंत्री भजन लाल जाटव के नेतृत्व में समारोह हुआ था. समारोह के दौरान मोहल्ले वासियों ने प्रभारी मंत्री भजन लाल जाटव को शिकायत पत्र देकर समस्या से अवगत कराया था. मामले में मंत्री ने गंभीरता से संज्ञान लेते हुए जलदाय विभाग को सरकारी हैंडपंप लगाने के दिशा निर्देश दिए थे. लेकिन जलदाय विभाग के अधिकारी और कर्मचारी मंत्री के आदेश के बाद भी लापरवाह बने हुए हैं.
मंत्री के आदेश की जलदाय विभाग के जिम्मेदारों पर जूं तक नहीं रेंग रही है. जिससे आक्रोशित बुधवार को 24 से अधिक ग्रामीण महिला और पुरुषों ने जिला कलेक्टर को फिर से शिकायत पत्र पेश किया है. शिकायत पत्र के माध्यम से गांव में सरकारी हैंडपंप लगाने की मांग रखी है. शिकायतकर्ता महिलाओं ने प्रशासन को चेतावनी देते हुए कहा कि अगर जिम्मेदारों ने गंभीर होकर पानी की समस्या से निजात नहीं दिलाई तो जिम्मेदारों का घेराव कर सड़कों पर उतर कर आंदोलन करेंगे.