धौलपुर. राज्यसभा सांसद डॉ. किरोड़ी लाल मीणा रविवार को धौलपुर दौरे पर रहे. इस दौरान उन्होंने प्रदेश की कांग्रेस सरकार पर कानून-व्यवस्था बिगड़ने के आरोप लगाए हैं. मीणा ने कांग्रेसी नेताओं पर बजरी माफियाओं के साथ संलिप्तता होने पर भी सवालिया निशान खड़े किए हैं. साथ ही अशोक गहलोत सरकार पर भू-माफिया, शराब माफिया और बजरी माफिया को संरक्षण देने के आरोप लगाए हैं.
किरोड़ी लाल मीणा ने कहा कि राजस्थान प्रदेश माफियाओं के कब्जे में हो चुका है. शराब माफिया, भू-माफिया और बजरी माफिया पूरी तरह से प्रदेश में सक्रिय बने हुए हैं. इन सबमें सबसे अधिक बजरी माफियाओं के हौसले बुलंदियों पर है. उन्होंने कहा कि कांग्रेसी नेताओं की साठगांठ और प्रशासन के सहयोग से बजरी का परिवहन किया जा रहा है. मीणा ने कहा कि सबसे अधिक बजरी माफिया दौसा और धौलपुर जिले में सक्रिय है.
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बजरी माफिया और अधिकारी के बीच गठबंधन...
सांसद किरोड़ी लाल मीणा ने कहा कि बजरी माफियाओं की ओर से पुलिस पर लगातार हमले किए जा रहे हैं, लेकिन इस अनाधिकृत अवैध कारोबार पर सरकार और प्रशासन अंकुश लगाने में नाकाम साबित हो रहा है. गहलोत सरकार अवैध बजरी खनन को रोकने में नाकाम साबित हो रही है. उन्होंने कहा कि बजरी कारोबार में कांग्रेस पार्टी के चुनिंदा नेता और अधिकारियों से बजरी माफियाओं का गठबंधन हो चुका है, जिसके कारण अवैध बजरी का कारोबार फल-फूल रहा है.
'गहलोत सरकार नाकाम साबित हो रही'
सुप्रीम कोर्ट के आदेशों की पालना कराने में प्रदेश की गहलोत सरकार नाकाम साबित हो रही है. धौलपुर जिले की चंबल नदी में सबसे अधिक घड़ियाल क्षेत्र है, उसके बावजूद भी अवैध बजरी परिवहन पर रोक नहीं लगाई जा रही है. उन्होंने कहा कि राजस्थान प्रदेश में भ्रष्टाचार चरम सीमा पर पहुंच चुका है. कानून व्यवस्था की स्थिति बदहाल हो चुकी है. उन्होंने कहा कि भाजपा की ओर से टोंक और सवाई माधोपुर जिले में बजरी परिवहन को लेकर आंदोलन किया गया है.
'आंदोलन को लेकर होगी चर्चा'
मीणा ने कहा कि धौलपुर जिले के स्थानीय नेताओं से भी बजरी माफियाओं के खिलाफ आंदोलन करने को लेकर चर्चा की जाएगी, लेकिन धौलपुर जिले में कानून व्यवस्था, बजरी परिवहन आदि के लिए मजबूत आंदोलन होना चाहिए. इसके लिए भाजपा पार्टी के शीर्ष नेताओं से बात की जाएगी.