धौलपुर. जिले में लगातार पड़ रही कड़ाके की सर्दी ने आमजन के साथ रबी फसल को भी प्रभावित करना शुरू कर दिया है. गलन और कोहरे ने सरसों, आलू और रबी फसलों को नुकसान करना शुरू कर दिया है. मौजूदा समय में फसल काफी अच्छी स्थिति में दिखाई दे रही है. लेकिन कास्तकारों ने आशंका जताई है कि इसी तरह से कोहरा और गलन रही तो सभी फसलों के उत्पादन में गिरावट आएगी.
किसानों ने बताया कि रबी फसल में प्रमुख रूप से सरसों, आलू, गेंहू और मटर की फसल जिले में की जाती है. ये सभी फसलें खेतों में लहराने लगी है. उन्होंने बताया कि बुवाई से लेकर अब तक की खेती अच्छी रही है. लेकिन सर्दी और कोहरे ने सरसों और आलू के फसल में नुकसान करना शुरु कर दिया है. सरसों में तना गलन, फंगी साइड और खरखरा रोग की संभावना बन रही है. वहीं, आलू की फसल में सर्दी की गलन के कारण झुलसा रोग की चपेट में आ रही है. जिससे किसानों को चिंता सताने लगी है.
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गेंहू फसल के लिए सर्दी लाभकारी मानी जा रही है. लेकिन सरसों और आलू फसल के नुकसान से किसानों को भारी परेशानी हो रही है. बता दें कि जिले में पिछले एक हफ्ते से मौसम खराब हो रहा है. सुबह से ही आसमान में घनघोर कोहरा एवं गलन फसल के लिए हानिकारक साबित हो रही है.
कृषि विभाग के अधिकारी कौशलेन्द्र शर्मा ने बताया कि किसान फसल का बचाव करें क्योंकि सर्दी से फसल में हानि हो सकती है. उन्होंने कहा कि खासकर आलू की फसल में पाले से झुलसा रोग दस्तक दे सकता है. वहीं, सरसों में तना गलन और फंगीसाइड रोग आ सकता है. ऐसे में किसान फसल में हल्का पानी लगाए साथ ही फसल के चौतरफा घास में आग लगाकर तापमान को मेंटेन किया जा सकता है.
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कृषि विभाग नहीं दे पा रही बेसिक जानकारी
कृषि विभाग की बात की जाए तो विभाग किसानों को खेती से संबंधित फसल बचाव की जानकारी देने में नाकाम साबित हो रहा है. किसानों ने बताया कि कृषि विभाग की ओर से सर्दी में फसल के बचाव को लेकर जानकारी नहीं दे जा रही है. जिससे रबी फसल के साथ नगदी फसल में भी भारी नुकसान हो रहा है. जिसमें टमाटर, हरी मिर्च, पालक, हरी मटर, गाजर और शलजम के फसल भी सर्दी से घाटे का सौदा बन रही है. फिलहाल खेतों पर कड़ी मेहनत कर किसान अपनी फसल को बचाने की जुगत में लगा हुआ है. वहीं, कृषि विभाग की ओर से फसलों के बचाव की जानकारी नहीं मिलने पर किसानों को परेशानी का सामना करना पर रहा है.