धौलपुर. करीब एक साल पहले छत्तीसगढ़ के कोंडा थाना निवासी एक शराबी व्यक्ति अपनी पत्नी के साथ मारपीट कर उसे घर से भगा दिया था. इसके बाद वहां कुछ दिनों तक वह यहां-वहां भटकती रही. फिर बाद में किसी एक व्यक्ति के घर में वह बर्तन धोने का काम करने लगी.
इसी दरमियान महिला से राजस्थान का रहने वाला एक व्यक्ति मिलता है, जो पेशे से ठेकेदार है. ठेकेदार महिला के साथ शादी करने का झांसा देकर उसे धौलपुर लेकर आया. यहां पर उसका काफी दिनों तक शारीरिक शोषण किया. बाद में ठेकेदार महिला को रेलवे स्टेशन पर छोड़कर कुछ सामान खरीदने का बहाना कर वहां से फरार हो गया. हालांकि उस दरमियान, उस महिला के पास रेलवे स्टेशन पर कुछ अन्य व्यक्ति भी आए और उसे अपने साथ चलने की बात कही. साथ ही महिला को यह भी बताया कि जो छोड़कर भाग गया वह उसका पति नहीं, बल्कि मैं तुम्हारा पति हूं.
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वहां से लाचार और बेबस महिला निकली और रोड पर आकर खड़ी हो गई. इसी दौरान उसे एक ट्रक चालक मिलता है और वह महिला को धौलपुर में स्थित पुलिस और अन्य लोगों के माध्यम से उसे एक निजी सखी वन स्टॉप सेंटर पर पहुंचाता है.
पीड़ित महिला के मुताबिक एक महीने तक सेंटर में रहने वाली पीड़िता का कहना है कि एक साल में उसने कई जगहों पर परेशानियों का सामाना करना पड़ा. लेकिन धौलपुर जिले के लोग बहुत अच्छे हैं, जिन्होंने उसे बचाया और महिलाओं के साथ सुरक्षित रखकर अब घर तक भिजवा रहे हैं. सेंटर की काउंसलर रेखा शर्मा ने बताया कि छत्तीसगढ़ निवासी महिला को चार जुलाई को सेंटर में लाया गया है. उसके बाद महिला की काउंसिलिंग कर कलेक्टर को जानकारी दी गई.
कलेक्टर ने पीड़ित महिला के परिजनों से संपर्क किया. ऐसे में पता चला कि उनकी आर्थिक स्थिति काफी खराब है. इस पर कलेक्टर ने महिला को 10 हजार रुपए की आर्थिक स्वीकृति देकर पुलिस बल से साथ छत्तीसगढ़ भिजवाने के निर्देश जारी किए हैं. पीड़ित महिला के तीन बच्चे हैं, जिनमें बड़ा बच्चा करीब 14 साल का है. पति शराबी होने के कारण आए दिन मारपीट करता था.