धौलपुर. सरमथुरा क्षेत्र में सर्प दंश के बाद एक एक महिला की मौत हो गई. महिला को खेत से हरा चारा लाते समय सर्प ने डस लिया था. सर्प के डसने के बाद परिजन महिला को सुबह तक वायगीरो के पास घुमाते रहे, लेकिन अस्पताल लेकर नही पहुंचे. आखिर 12 घंटे बाद महिला की मौत हो गई. शनिवार को अस्पताल में महिला का पोस्टमार्टम कर पुलिस ने शव परिजनो के सुपुर्द कर दिया.
यह घटना शुक्रवार शाम 5 बजे की है. जब बसेड़ी स्थित सरमथुरा उपखंड के आंगई में खेत पर हरा चारा लेने गई महिला को सर्प ने डस लिया. सर्प के डसने के बाद महिला अचेत हो गई. जिसे परिजन 12 घंटे तक तीन गांवो में देवताओ व वायगीरो के पास घुमाते रहे. अंत में शनिवार सुबह महिला की मौत हो गई. महिला की मौत होने के बाद परिजन मृतक अवस्था में महिला को 11 बजे करीब अस्पताल लेकर पहुंचे. जहां चिकित्सकों ने मृतक महिला का पोस्टमार्टम कर शव परिजनों के सुपुर्द कर दिया.
आंगई निवासी राजेश शर्मा ने बताया कि आंगई निवासी रामकली पत्नी बाबूलाल उम्र 45 बर्ष शुक्रवार शाम 5 बजे करीब रेलवे स्टेशन के समीप अपने खेतो पर पशुओं के लिए चारा लेने गई थी. इसी दौरान रामकली को सर्प ने डस लिया. सर्प के डसते ही महिला अचेत हो गई. महिला को अचेत देख पास ही खेतो में आम के बगीचे की रखवाली कर रहे भीकाराम मौके पर पहुंचे तो महिला के पास ही सर्प बैठा हुआ था. भीकाराम को देख सर्प तो भाग गया. वहीं महिला के परिजनों को सूचना दे दी. परिजन भागकर मौके पहुंचे और महिला को उठाकर इलाज करने वायगीरों के पास ले गए. परिजनो ने महिला का रात में तीन वायगीरों से इलाज किया, लेकिन महिला की मौत हो गई.
तीन गांवों में इलाज के लिए महिला को घुमाते रहे परिजन
उपखंड में अंधविश्वास में सर्प दंश की पहली मौत नही है. ग्रामीणो में जागृति का अभाव होने के कारण प्रतिबर्ष कई लोगो की मौत होती है। लेकिन ग्रामीणो में अंधविश्वास खत्म होने का नाम नहीं ले रहा है. जबकि सरमथुरा अस्पताल में एएसबी इंजेक्शन मौजूद है. आंगई में शुक्रवार को सर्प दंश की घटना होने के बाद परिजन अचेतावस्था में महिला को 12 घंटे तक रहरई, तरवा व कछपुरा गांवो में सर्प दंश का इलाज कर रहे वायगीरों के पास घुमाते रहे. इस दौरान महिला को कई प्रकार की औषधि भी खिलाई गई, लेकिन महिला की मौत हो गई.