राजाखेड़ा (धौलपुर). गलवान घाटी में भारत और चीन के बीच झड़प में 20 भारतीय सैनिक शहीद हो गए. जिसके बाद से देश भर में गुस्सा है और चीन को सबक सिखाने की बात कही जा रही है. चीन के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किए जा रहे हैं. चीनी सामानों के बहिष्कार की बात कही जा रही है. शुक्रवार को धौलपुर जिले के राजाखेड़ा कस्बे में राजपूत करणी सेना ने चीन के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया.
राजपूत करणी सेना ने चीनी सामानों का बहिष्कार करने का आह्वान करते हुए चीन के राष्ट्रपति का पुतला जलाया और भारत के प्रधानमंत्री से शहीद जवानों का बदला लेने और चीनी सामान के बहिष्कार की मांग की है. करणी सेना ने शहीद जवानों को श्रद्धांजलि अर्पित की और चीन के खिलाफ जमकर नारेबाजी की.
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चीन ने अप्रैल-मई महीने में भारत की सीमा में घुसपैठ कर दी थी, जिसके बाद लगातार LAC भारत और चीन के जवानों की झड़प की खबरें आती रही. दोनों देशों के अधिकारियों ने मीटिंग की और सीमा पर शांति बनाने पर सहमति बनाई. 16 जून को खबर आई की भारत के 20 जवान चीन के साथ झड़प में शहीद हो गए हैं, जिसके बाद से दोनों देशों में तनाव बढ़ता जा रहा है.
लद्दाख की गलवान घाटी में हुई हिंसा के बाद भारत और चीन की सेनाओं के बीच मेजर जनरल स्तर की वार्ता की गई. एक दौर की बातचीत के बाद चीनी सेना द्वारा चार अधिकारियों सहित 10 भारतीय सैनिकों को रिहा किया गया है. चीनी सैनिकों के साथ झड़प के बाद 10 भारतीय सैनिक लापता थे.