धौलपुर. जिले के बसई गांव थाना क्षेत्र में 30 अगस्त को पुलिस और बजरी का परिवहन करने वाले लोगों में हुई मुठभेड़ में मारे गए 2 लोगों की मौत के बाद मामले में तत्कालीन जिला कलेक्टर नेहा गिरी और आईजी भरतपुर रेंज लक्ष्मण गौड़ की ओर से मामले को शांत कराने के बाद गुर्जर समाज फिर से लामबंद हो गया है.
जिसके चलते सोमवार को गुर्जर समाज ने जिला कलेक्ट्रेट पर प्रदर्शन कर जिला कलेक्टर राकेश जायसवाल को मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन सौंपा. वहीं गुर्जर समाज के नेता जंडेल सिंह गुर्जर ने कहा कि 30 अगस्त 2019 को बसई डांग थाना क्षेत्र में पुलिस ने गुर्जर समाज के 2 युवाओं की बजरी माफिया बताकर गोली मारकर हत्या कर दी थी.
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जहां मामले को लेकर यह आश्वासन दिया गया था कि दोषी पुलिसकर्मियों के खिलाफ कार्रवाई के साथ मृतक के आश्रितों को उचित मुआवजा दिया जाएगा. लेकिन घटना को एक महीने से अधिक होने के बाद भी अभी तक जिला प्रशासन और राज्य सरकार ने मृतकों के आश्रितों को उचित मुआवजा नहीं दिया है और ना ही दोषी पुलिसकर्मियों के खिलाफ कार्रवाई की है.
जिसके चलते सोमवार को गुर्जर समाज के लोगों ने कलेक्ट्रेट पर प्रदर्शन कर मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन सौंपा है. साथ ही यह मांग की है कि दोषी पुलिसकर्मियों के खिलाफ कार्रवाई की जाए और मृतक के परिजनों को सरकारी नौकरी और 11-11 लाख का मुआवजा दिया जाए.
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गुर्जर समाज की मांग है कि घायलों को एक-एक लाख का मुआवजा देने के साथ ही पुलिस द्वारा गुर्जर समाज के लोगों के खिलाफ दर्ज झूठी एफआईआर को वापस लिया जाए. साथ ही पूरे मामले की सीबीआई से जांच कराई जाए. वहीं गुर्जर समाज के लोगों ने ज्ञापन के माध्यम से चेतावनी देते हुए कहा कि जिला प्रशासन और राजस्थान सरकार ने गंभीर होकर मांगों पर ध्यान नहीं दिया तो 10 दिन बाद गुर्जर समाज सड़कों पर उतरकर आंदोलन करने के लिए मजबूर होगा.