धौलपुर. जिले के बाड़ी उपखंड में दहेज के एक लाख रुपए और कार न मिलने पर ससुराल वालों ने बहू को मौत के घाट उतार दिया (Daughter In law suspected to be killed for dowry in Badi). फिर उसके शव को कब्रिस्तान में दफना दिया. बेटी की मौत की सूचना करीब एक महीने बाद आगरा के अछनेरा निवासी वकील (पुत्र फजलू) ने ससुरालियों के खिलाफ पुलिस थाने में हत्या का मामला दर्ज करवाया.
हत्या का मामला दर्ज होने के बाद बाड़ी थाना पुलिस ने बाड़ी उप जिला कलेक्टर राधेश्याम मीणा की मौजूदगी में कब्रिस्तान से मृतका का शव निकलवाकर (Grave Dug Out to take out body of Daughter In law) जांच के लिए मेडीकल बोर्ड के पास भेजा गया है. मामले को लेकर पुलिस ने हर पहलू से जांच शुरू कर दी है. बाड़ी पुलिस उप अधीक्षक राजेश चौधरी ने बताया कि- आगरा के अछनेरा निवासी वकील ने मामला दर्ज करवाया है. जिसमें उसने बताया कि उसने अपनी दोनों बेटियों शकीला का निकाह बल्लू और अकीला का निकाह फारूक (निवासी मौहल्ला गुम्मट, थाना बाड़ी) के साथ मुस्लिम रीति रिवाज के अनुसार मय दान दहेज के 16 मार्च 2015 को किया था. जिसके बाद बड़ी बेटी शकीला को पति बल्लू,ससुर भूरा,सास नग्मो, जेठ सलमान,जिठानी रूखसाना और ननद चंदा ने अतिरिक्त दहेज में एक लाख रुपए नकद और एक कार की मांग को लेकर तीन साल पहले जिंदा जलाने का प्रयास किया था.
उस वक्त रिश्तेदारों ने समझाईश की. इस पर ससुरालीजनों ने शकीला को परेशान न करने का दम भरा था. पिता वकील का आरोप है कि 7 मार्च 2022 को बेटी शकीला को ससुरालीजनों ने अतिरिक्त दहेज में एक लाख रुपये नकद और कार की मांग की पूर्ति न होने के कारण हत्या कर दी. हत्या के बाद घर की छोटी बहू और शकीला की बहन अकीला पर दबाव बनाया गया. उसे इसकी भनक मायकेवालों को न चलने की हिदायत दी गई.
एक महीने बाद बेटी की मौत की सूचना मिलने पर पिता वकील जब उसके घर पहुंचे तो छोटी बेटी ने पूरी वारदात के बारे में बताया. खबर पता चलते ही पिता बाड़ी पहुंचे तो ससुरालियों ने बेटी के शव को भी देखने नहीं दिया. जिस पर उनके खिलाफ हत्या का मामला दर्ज करवाया. पुलिस उप अधीक्षक राजेश चौधरी ने बताया कि बाड़ी उप जिला कलेक्टर राधेश्याम मीणा के निर्देशन में बाड़ी शहर के तुलसीवन सड़क मार्ग पर स्थित कब्रिस्तान पहुंच गठित मेडिकल बोर्ड की टीम ने डॉ विजय भारद्वाज के नेतृत्व में परिजनों की मौजूदगी में क्रब से शव को निकलवाकर मेडिकल बोर्ड में जांच के लिए भेजा गया है.