धौलपुर. जिले के बाड़ी सदर थाना क्षेत्र में पुरानी रंजिश को लेकर रूंध का पुरा गांव के पास स्थित गैंगसा यूनिट पर गैंगसा यूनिट के संचालक मोतीलाल मीणा पर जान-लेवा हमला करने का मामला सामने आया है. पीड़ित मोतीलाल मीणा ने अपने साले के ससुर पर 15 लाख रुपयों की फिरौती मांगने और हथियारों से फायरिंग करने के साथ लूट करने का आरोप लगाया है. पीड़ित ने दो बाइकों पर सवार होकर आए पांच आरोपियों के खिलाफ सदर थाना पुलिस के समक्ष उपस्थित होकर मामला दर्ज कराया है. वहीं, पुलिस ने घटनास्थल का मौका मुआयना कर पीड़ित की रिपोर्ट पर आईपीसी की धारा 143, 323, 341, 342, 379, 504, 506 के तहत मामला दर्ज कर पीड़ित का मेडिकल करा जांच शुरू कर दी है.
पुलिस को दिए तहरीर में पीड़ित मोतीलाल मीणा ने बताया कि रोजाना की तरह रूंध का पुरा सरमथुरा रोड़ पर स्थित अपनी गैंगसा मशीनों पर अपने पार्टनर शिवकुमार के साथ सुबह लगभग 6 बजे गया था. शिवकुमार को गैंगसा पर छोड़कर मवेली पुरा, हुलासी पुरा सड़क पर घूम रहा था तभी हुलासी पुरा की तरफ से दो मोटरसाइकिलें आई जिन पर सवार होकर आए लोगों ने मुझे पकड़ लिया. मोटरसाइकिलों पर गांव उमरेह निवासी खेमचंद पुत्र तेज सिंह, गुलशन पुत्र खेमचंद व तीन अन्य आदमी थे जिन्होंने मुंह पर कपड़ा बांध रखे थे. खेमचंद के पास बंदूक व गुलशन के पास कट्टा था. मैं इन लोगों से छूट कर वापस गैंगसा की तरफ भागा तो पीछे से खेमचंद ने फायर कर दिया जो कंधे पर लगा और मैं घबराकर वहीं गिर पड़ा.
उक्त लोगों ने दौड़कर पीछा किया तथा मेरे को अपहरण कर पास के खेत में ले गए, जहां पर लगभग 10 मिनट तक नीचे खेत में पटक कर लाठी-डंडों व लात-घूसों से जमकर मारपीट की. सभी ने एक राय होकर मेरे को जान से मारने की कोशिश की तथा मेरे के गले से सोने की चैंन व दो सोने की अंगूठी और एक ओपो कंपनी का मोबाइल छीन लिया. खेमचंद ने मेरे गले पर अपना पैर रखकर जान से मारने की कोशिश की.
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पीड़ित ने बताया कि आरोपी खेमचंद ने धमकाते हुए कहा कि 15 लाख रुपए मांगे और जब मैं इसकी शिकायत एसपी के समक्ष किया तो आरोपी ने कहा कि अभी तक तूने 15 लाख रुपए नहीं दिये और ऊपर से एसपी से हमारी शिकायत की है. इतने में फायर की आवाज सुनकर पीड़ित का गैंगसा यूनिट पार्टनर शिवकुमार दौड़ता हुआ घटनास्थल पहुंचा और पीड़ित को बचाने की कोशिश की. आस-पास के लोगों से चिल्लाकर मदद मांगी तो आरोपी खेमचंद अपने साथियों के साथ हवाई फायर करते हुए मौके से भाग निकला. इतने में मौके पर आसपास के अन्य लोग भी आ गए, जिन्होंने पीड़ित को गैंगसा पर पहुंचाया.
पीड़ित ने बताया कि खेमचंद पिछले 7-8 दिन से अपने मोबाइल से रोजाना फोन कर धमकी दे रहा था. और गैंगसा पर आने से पहले 15 लाख रुपयों की व्यवस्था करने की कह रहा था अन्यथा जान से मारने की धमकी दे रहा था। आरोपी मोबाइल से 30-40 बार फोन कर चुका था जिसकी कॉल डिटेल मौजूद है. जिसकी शिकायत पीड़ित 27 नवंबर 2020 को जिला पुलिस अधीक्षक के समक्ष स्वयं उपस्थित होकर कर चुका है.
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वहीं, पुलिस ने पीड़ित मोतीलाल पुत्र विरधीलाल मीणा की रिपोर्ट पर आरोपियों के खिलाफ मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है. पुलिस ने बताया कि मामला पुरानी राजनैतिक रंजिश का हैं. पूर्व में गैंगसा यूनिट के संचालक मोतीलाल मीणा ने अपने साले की पत्नी को बाड़ी पंचायत समिति का प्रधान बनवाया था, लेकिन दोनों परिवारों में संबंध विच्छेद होने के कारण साले की पत्नी प्रधान ने मोतीलाल मीणा पर दुष्कर्म के गंभीर आरोप लगाए थे. जिस मामले में पुलिस ने मोतीलाल मीणा को दोषी मानते हुए जेल भी भेजा था.