धौलपुर. कांग्रेस का साथ छोड़ चुके धौलपुर के पूर्व विधायक एवं वक्फ बोर्ड के पूर्व अध्यक्ष अब्दुल सगीर ने सोमवार को दिल्ली पहुंच कर (Abdul Sagir joined Lok Dal Party) राष्ट्रीय लोकदल पार्टी का दामन थाम लिया. पूर्व प्रधानमंत्री चौधरी चरण सिंह के पुत्र जयंत चौधरी से मुलाकात कर उन्होंने राष्ट्रीय लोकदल की सदस्यता ग्रहण कर ली. यह जानकारी अब्दुल सगीर ने सोशल मीडिया के जरिए दी है.
सोशल मीडिया पर वीडियो जारी कर (Abdul Sagir tweet) उन्होंने कहा कि काफी लंबे विचार-विमर्श एवं मंथन के बाद राष्ट्रीय लोकदल पार्टी का दामन थामा है. उन्होंने कहा कि यह पार्टी किसानों की हितैषी है. किसानों की आवाज को उठाने के लिए राष्ट्रीय लोकदल से बड़ा कोई प्लेटफार्म नहीं है. अब्दुल सगीर ने कहा पार्टी जो आदेश देगी, उसके मुताबिक राजस्थान प्रदेश में काम किया जाएगा.
शोभा रानी की कांग्रेस में नजदीकी की बदौलत छोड़ी थी कांग्रेस : धौलपुर की वर्तमान विधायक शोभा रानी कुशवाह एवं पूर्व विधायक अब्दुल सगीर सियासी (Abdul Sagir resigns from Congress) तौर पर एक दूसरे के बड़े दुश्मन माने जाते हैं. विधायक शोभा रानी कुशवाह ने अब्दुल सगीर को चुनाव में हराया था. विधायक शोभा रानी कुशवाह बहुजन समाज पार्टी से भाजपा में शामिल हो गई. इस वजह से अब्दुल सगीर ने बीजेपी का दामन छोड़ कर कांग्रेस में शामिल हो गए. हालांकि, अब्दुल सगीर पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे के काफी नजदीक माने जाते थे. उन्होंने धौलपुर विधानसभा क्षेत्र से टिकट देकर विधायक बनवाया था.
बीजेपी में शोभा रानी की एंट्री से खफा होकर उन्होंने कांग्रेस को अपना लिया. लेकिन हाल ही में राज्यसभा चुनाव में धौलपुर विधानसभा क्षेत्र की बीजेपी विधायक शोभा रानी कुशवाह की मुख्यमंत्री अशोक गहलोत से नजदीकियां बढ़ गई. उन्होंने भाजपा से बगावत कर राज्यसभा चुनाव में कांग्रेस के प्रमोद तिवारी को अपना मत दिया था. जिसे लेकर भारतीय जनता पार्टी के शीर्ष नेतृत्व ने उनको पार्टी की सदस्यता से निष्कासित करने के साथ बर्खास्त भी कर दिया. मुख्यमंत्री अशोक गहलोत से शोभा रानी की नजदीकियां देख अब्दुल सगीर की धौलपुर विधानसभा क्षेत्र से सियासी जमीन खिसकने के संकेत दिखाई दे रहे थे. ऐसे में उन्होंने 2 महीने पूर्व कांग्रेस का साथ छोड़ दिया था. सोमवार को राष्ट्रीय लोकदल पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जयंत चौधरी से मुलाकात पार्टी की सदस्यता ग्रहण कर ली.