धौलपुर. जिले में भी अब केंद्र सरकार की ओर से लागू किए गए कृषि कानूनों का विरोध शुरू हो गया है. जिले के सरमथुरा तहसील के गांव भिंडी पुरा में बुधवार को किसानों ने मीन भगवान मंदिर पर महापंचायत का आयोजन किया. महापंचायत के दौरान किसानों ने गाजीपुर बॉर्डर पर किसान नेता राकेश टिकैत के नेतृत्व में चल रहे प्रोटेस्ट का समर्थन किया. सैकड़ों की तादाद में किसान नेताओं ने पंचायत में निर्णय लेकर गाजीपुर बॉर्डर पर रोजाना एक-एक ट्रैक्टर भेजने का फैसला लिया है.
किसान नेताओं ने किसान आंदोलन का समर्थन करते हुए आगामी रणनीति तैयार कर 6 फरवरी को होने वाले चक्का जाम का भी समर्थन किया है. किसानों ने केंद्र सरकार को चेतावनी देते हुए कहा कि देश के अन्नदाता के साथ केंद्र सरकार अन्याय कर रही है. केंद्र सरकार की ओर से लागू किए गए कृषि बिल वापस लेने होंगे. अन्यथा सरकार को किसानों के विरोध का भारी सामना करना पड़ेगा.
भारत सरकार की ओर से लागू किए गए कृषि बिलों का विरोध अब धौलपुर भी देखा जा रहा है. देश के किसान पिछले लंबे समय से राजधानी दिल्ली की अलग-अलग सीमाओं पर धरना दे रहे है. किसान नेता राकेश टिकैत के नेतृत्व में किसानों का आंदोलन कृषि बिलों के विरोध में लगातार चल रहा है. किसान आंदोलन का असर धौलपुर जिले में भी शुरू हो गया है.
बुधवार को जिले के सरमथुरा तहसील के गांव भिंडी पुरा में सैकड़ों की तादात में किसान नेताओं ने मीन भगवान मंदिर पर महापंचायत का आयोजन किया. पंचायत में किसान नेताओं ने कहा कि केंद्र सरकार की ओर से लागू किए गए खेती के बिलों को वापस लेना होगा. देश का अन्नदाता भारत का लालन पालन करता है. किसान के साथ अन्याय बर्दाश्त नहीं किया जाएगा.
केंद्र सरकार ने काले कानून पारित कर किसानों के साथ कुठाराघात किया है. भारत सरकार ने देश के अन्नदाता को बर्बाद करने की कृषि बिलों के माध्यम से आधारशिला रखी है. वर्तमान केंद्र सरकार की नीतियों ने किसान को पूरी तरह से बर्बाद कर दिया है. किसान वर्ग अधिक पढ़ा लिखा नहीं होने पर सरकार उनके साथ शोषण कर रही है.
उन्होंने कहा केंद्र सरकार ने चंद कॉरपोरेट के लिए काले कानून पारित किए हैं. मंडिया और व्यापारी खत्म होने से किसान पूरी तरह से बर्बाद हो जाएगा. केंद्र सरकार समर्थन मूल्य तक निर्धारित करने में नाकाम साबित रही है. काले कानून पारित कर भारत सरकार ने देश के अन्नदाता को बर्बादी के कगार पर खड़ा कर दिया है.
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किसानों ने कहा केंद्र सरकार की ओर से पारित किए गए कृषि बिल पूरी तरह से किसानों के विरोधी हैं. भारत सरकार की ओर से लागू किए गए बिलों का धौलपुर जिले के किसान भी पुरजोर विरोध करते हैं. उन्होंने कहा किसान नेता राकेश टिकैत के नेतृत्व में दिल्ली के गाजीपुर बॉर्डर पर आंदोलन किया जा रहा है. जिस आंदोलन में धौलपुर जिले के किसान भी महती भूमिका अदा करेंगे.
किसानों ने महापंचायत में निर्णय लेते हुए कहा कि 6 फरवरी को होने वाले चक्का जाम में पूरी तरह से भागीदारी निभाई जाएगी. जिले के किसान बड़ी तादाद में लामबंद होकर केंद्र सरकार की नीतियों का विरोध करेंगे. किसानों ने बताया महापंचायत में ये भी निर्णय लिया गया है कि क्षेत्र के हर गांव से रोजाना एक-एक ट्रैक्टर गाजीपुर बॉर्डर के लिए रवाना किया जाएगा. ट्रैक्टर ट्रॉलियों के माध्यम से किसान मौके पर पहुंचकर राकेश टिकैत को समर्थन प्रदान करेंगे. किसान महापंचायत के दौरान सरमथुरा तहसील के अलावा जिले के सैकड़ों की तादात में किसान नेताओं ने भाग लिया.