धौलपुर. जिले की पार्वती नदी में आंगई बांध से लगातार डिस्चार्ज किए जा रहे पानी की वजह से पिछले 10 दिन से बाड़ी-सैपऊ मार्ग बंद पड़ा हुआ है. जिसके चलते सैपऊ उपखंड क्षेत्र के 1 दर्जन से अधिक गांवों समेत कंचनपुर क्षेत्र के 2 दर्जन से ज्यादा गांवों के लोगों का सैपऊ बाजार में रोजमर्रा के सामान की खरीदारी को लेकर आवागमन बंद हो गया है.
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बाजार में लोगों की ना के बराबर भीड़ होने से बाजार सुना पड़ा हुआ है और ग्राहकों की कमी का संकट झेल रहा है. यह हालत तब है जब रक्षाबंधन का त्योहार सिर पर आ गया है और बाजार में दुकानदारों ने त्योहार की तैयारियों को लेकर बड़े पैमाने पर मिठाई और अन्य सामान की खरीदारी कर भंडारण किया है, लेकिन नदी की रपट पर पानी के उतरने की संभावना ना के बराबर होने की वजह से दुकानदारों के मंसूबों पर पानी फिरता हुआ दिखाई दे रहा है, ग्राहकी ठप होने की वजह से बाजार में मायूसी और दुकानदार चिंता में डूबे हुए हैं.
गौरतलब है कि श्रावण मास के दूसरे सोमवार को आंगई बांध से पार्वती नदी में 19 गेट खोलकर 44 हजार क्यूसेक से अधिक पानी रिलीज किया था. तब से लेकर अब तक रोजाना बांध के गेट खोल कर पानी रिलीज किया जा रहा है. जिसकी वजह से 10 दिन से बाड़ी-सैपऊ मार्ग पर यातायात साधनों और पैदल राहगीरों का आवागमन पूरी तरह से बन्द हो गया है. जिसका असर कस्बे के बाजार पर देखा जा रहा है.
नदिया पार से मार्केट में दुकान करने वाले 2 दर्जन से अधिक दुकानदार नदी का रास्ता बंद होने से लंबी दूरी के चक्कर में दुकान खोलने तक नहीं आ पा रहे हैं. यही हालत ग्राहकों के देखे जा रहे हैं. विगत 1 वर्ष से बाजार में मंदी देखी जा रही है. पूर्व में कोरोना महामारी ने दुकानदार और व्यापारियों को सांसत में खड़ा कर दिया था. 1 बरस से बाजार में आर्थिक मंदी का असर देखा जा रहा है.
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कोरोना की दूसरी लहर थमने के बाद हालात सामान्य हुए थे, लेकिन अब आसमानी आफत ऐसी बरसी की बाजार विगत 10 दिन से आर्थिक मंदी को झेल रहा है. मार्केट में अधिकांश दुकान बंद रहती हैं. स्थानीय दुकानदार मार्केट खोल कर बैठते हैं तो ग्राहकी नहीं होती है. लिहाजा आसमानी आफत भी दुकानदार और व्यापारियों के लिए आफत का बड़ा सबब बनती जा रही है.
उधर मौसम विभाग से मिली जानकारी में पूर्वी राजस्थान में मानसून का भारी दबाव देखा जा रहा है. जिसके चलते आगामी दिनों में भारी बारिश की संभावना दिखाई दे रही है. अगर बरसात का यही आलम रहा तो हालात और बेकाबू हो सकते हैं.