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कृषि विभाग की समीक्षा बैठक में डीएम ने दिए निर्देश, परम्परागत कृषि के लिए किसानों को प्रेरित करने को कहा

जिला कलेक्टर राकेश कुमार जायसवाल की अध्यक्षता में सोमवार को कृषि विभाग कार्यालय में कृषि और संबद्ध विभागों के अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक आयोजित हुई. बैठक में डीएम ने अफसरों को कई दिशा निर्देश दिए.

Review meeting of Agriculture Department, धौलपुर की खबर
कृषि विभाग की समीक्षा बैठक
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Published : Feb 1, 2021, 8:09 PM IST

धौलपुर. नीति आयोग के आशान्वित जिला कार्यक्रम के अंतर्गत जारी राशि के कृषि विकास और जैविक खेती में क्रियान्वयन को लेकर जिला कलेक्टर राकेश कुमार जायसवाल की अध्यक्षता में सोमवार को कृषि विभाग कार्यालय में कृषि और संबद्ध विभागों के अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक आयोजित हुई. बैठक में जैविक खेती के माध्यम से किसानों की आय दुगनी करने तैयार रोडमैप की गतिविधियों का क्रियान्वयन गंभीरता पूर्वक करने के निर्देश दिये हैं.

उन्होंने कहा कि जैविक खेती और समन्वित कृषि को बढ़ावा देते हुए जिले के अधिक से अधिक किसानों को इसके दायरे में शामिल करें.जो किसान लगातार दूसरे और तीसरे वर्ष कृषि कार्य करना चाह रहे हैं उनसे प्रमाणपत्र लें. उनके लिए प्रशिक्षण प्रदान करने के भी निर्देश दिए गए. जैविक खेती के लिए चयनित किसानों का पोर्टल पर पंजीकरण कराने के निर्देश दिए. अधिक किसानों का पंजीकरण होने पर लॉटरी के माध्यम से चयन किया जाए. आलू एवं गेहूं के बीज किसानों को उपलब्ध कराने के निर्देश दिए. उन्होंने जैविक खेती के लिए तकनीकी, प्रशिक्षण, डाटा संधारण के लिए प्रकोष्ठ गठन करने को भी कहा.

पढ़ें: Budget Reaction 2021- केंद्रीय बजट में निजीकरण को बढ़ावा देने अलावा कुछ भी नया नहींः सचिन पायलट

नीति आयोग की गाइडलाइन के तहत कार्य किया जाना सुनिश्चित करें. किसानों को प्रशिक्षण के लिए तीन दिन के अन्दर प्लान तैयार कर प्रस्तुत करने के निर्देश दिए. नीति आयोग के तहत कृषि विभाग को दी गई राशि 1.59 लाख के तहत जैविक खेती के लिए चयनित किए गए ग्रामों के किसानों को प्रशिक्षण दिया जाए. प्रशिक्षण के लिए 10 फरवरी तक कार्यक्रम निर्धारित कर प्रशिक्षण से सम्बन्धित समस्त बिन्दुओं पर कार्ययोजना बनाकर रिपोर्ट प्रस्तुत करने के निर्देश दिए.

कृषि पर्यवेक्षकों को निर्देश देते हुए कहा कि किसानों को परम्परागत कृषि करने के लिए प्रेरित करें एवं जैविक उत्पादन की क्षमता बढ़ाई जाए. गेहूं तथा आलू की जैविक खेती के लिए जिले के सभी ब्लॉक से गांवों से किसानों का चयन किया गया है. जिसमें धौलपुर ब्लॉक से भिलगंवा, सरानी, मसूदपुर, राम नगर, नकटपुरा, चैनापुरा, मिर्जापुर तथा पचगांव, सैपऊ से मलौनी पंवार, मढ़ा, बसईनवाब, कौलारी तथा कुम्हेरी, राजाखेड़ा से सिलावट, सिंघावली कलां, सिंघावली खुर्द, जुगईपुरा, ढोकियापुरा, पहाड़ी, छितापुरा तथा अतरौली, बाड़ी से अठपेरिया, अलीगढ़, निधारा, खोरपुरा, रेती तथा धनौरा एवं बसेड़ी से बरई, रामपुर तथा मई गांव से किसानों का चयन किया जाएगा.

उन्होंने कहा कि किसानों की संख्या अधिक होने की स्थिति में लॉटरी के माध्यम से चयन किया जाएगा. इस अवसर पर उप निदेशक कृषि विस्तार बीडी शर्मा, उप निदेशक एवं पदेन परियोजना निदेशक आत्मा सोमदत्त शर्मा, मुख्य आयोजना अधिकारी अशोक शर्मा, सचिव कृषि उपज मण्डी कैलाश चन्द मीणा सहित अन्य सम्बन्धित अधिकारी उपस्थित रहे.

धौलपुर. नीति आयोग के आशान्वित जिला कार्यक्रम के अंतर्गत जारी राशि के कृषि विकास और जैविक खेती में क्रियान्वयन को लेकर जिला कलेक्टर राकेश कुमार जायसवाल की अध्यक्षता में सोमवार को कृषि विभाग कार्यालय में कृषि और संबद्ध विभागों के अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक आयोजित हुई. बैठक में जैविक खेती के माध्यम से किसानों की आय दुगनी करने तैयार रोडमैप की गतिविधियों का क्रियान्वयन गंभीरता पूर्वक करने के निर्देश दिये हैं.

उन्होंने कहा कि जैविक खेती और समन्वित कृषि को बढ़ावा देते हुए जिले के अधिक से अधिक किसानों को इसके दायरे में शामिल करें.जो किसान लगातार दूसरे और तीसरे वर्ष कृषि कार्य करना चाह रहे हैं उनसे प्रमाणपत्र लें. उनके लिए प्रशिक्षण प्रदान करने के भी निर्देश दिए गए. जैविक खेती के लिए चयनित किसानों का पोर्टल पर पंजीकरण कराने के निर्देश दिए. अधिक किसानों का पंजीकरण होने पर लॉटरी के माध्यम से चयन किया जाए. आलू एवं गेहूं के बीज किसानों को उपलब्ध कराने के निर्देश दिए. उन्होंने जैविक खेती के लिए तकनीकी, प्रशिक्षण, डाटा संधारण के लिए प्रकोष्ठ गठन करने को भी कहा.

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नीति आयोग की गाइडलाइन के तहत कार्य किया जाना सुनिश्चित करें. किसानों को प्रशिक्षण के लिए तीन दिन के अन्दर प्लान तैयार कर प्रस्तुत करने के निर्देश दिए. नीति आयोग के तहत कृषि विभाग को दी गई राशि 1.59 लाख के तहत जैविक खेती के लिए चयनित किए गए ग्रामों के किसानों को प्रशिक्षण दिया जाए. प्रशिक्षण के लिए 10 फरवरी तक कार्यक्रम निर्धारित कर प्रशिक्षण से सम्बन्धित समस्त बिन्दुओं पर कार्ययोजना बनाकर रिपोर्ट प्रस्तुत करने के निर्देश दिए.

कृषि पर्यवेक्षकों को निर्देश देते हुए कहा कि किसानों को परम्परागत कृषि करने के लिए प्रेरित करें एवं जैविक उत्पादन की क्षमता बढ़ाई जाए. गेहूं तथा आलू की जैविक खेती के लिए जिले के सभी ब्लॉक से गांवों से किसानों का चयन किया गया है. जिसमें धौलपुर ब्लॉक से भिलगंवा, सरानी, मसूदपुर, राम नगर, नकटपुरा, चैनापुरा, मिर्जापुर तथा पचगांव, सैपऊ से मलौनी पंवार, मढ़ा, बसईनवाब, कौलारी तथा कुम्हेरी, राजाखेड़ा से सिलावट, सिंघावली कलां, सिंघावली खुर्द, जुगईपुरा, ढोकियापुरा, पहाड़ी, छितापुरा तथा अतरौली, बाड़ी से अठपेरिया, अलीगढ़, निधारा, खोरपुरा, रेती तथा धनौरा एवं बसेड़ी से बरई, रामपुर तथा मई गांव से किसानों का चयन किया जाएगा.

उन्होंने कहा कि किसानों की संख्या अधिक होने की स्थिति में लॉटरी के माध्यम से चयन किया जाएगा. इस अवसर पर उप निदेशक कृषि विस्तार बीडी शर्मा, उप निदेशक एवं पदेन परियोजना निदेशक आत्मा सोमदत्त शर्मा, मुख्य आयोजना अधिकारी अशोक शर्मा, सचिव कृषि उपज मण्डी कैलाश चन्द मीणा सहित अन्य सम्बन्धित अधिकारी उपस्थित रहे.

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