धौलपुर. चंबल के बीहड़ में आतंक फैलाने वाले डेढ़ लाख के इनामी कुख्यात डकैत केशव गुर्जर के सहयोगी देवेंद्र गुर्जर को पुलिस ने एक पेड़ पर बने मचान से पकड़ा है. पुलिस देवेंद्र गुर्जर को पकड़ने के बाद भी डांग क्षेत्र में कांबिंग सर्च ऑपरेशन को तेज कर दिया है.
पुलिस ने बताया कि डकैत पुलिस को चकमा देने के लिए पेड़ों पर मचान बनाने के साथ ही पहाड़ियों की कंदराओं को अपना ठिकाना बनाकर रखते हैं. जिससे पुलिस की नजरों से आसानी से बचा जा सके. पुलिस गिरफ्तार हो चुके देवेंद्र गुर्जर से पूछताछ करके बाकी साथियों के बारे में पता लगाने में जुट गई है. डकैत देवेंद्र के पैर में गोली लगने से गंभीर घाव हुआ है. जिसका बाड़ी राजकीय अस्पताल में उपचार किया जा रहा है. अस्पताल पर भारी तादाद में पुलिस बल तैनात किया है.
वहीं, मूठभेड़ में गोली लगने से घायल हुआ डकैत केशव गुर्जर अकेला पड़ चुका है. सूत्रों के मुताबिक गैंग के अन्य सदस्य मध्य प्रदेश एवं करौली जिले में पलायन कर चुके हैं. इस बीच घायल केशव गुर्जर भी अपने साथी शीशराम चंबल के बीहड़ों से भागने की फिराक में है. जिसे देखते हुए पुलिस ने डांग क्षेत्र में कांबिंग सर्च ऑपरेशन को तेज कर दिया है. गौरतलब है कि 27 दिसंबर की रात में बाड़ी सदर थाना क्षेत्र के गुर्जर खानपुर गांव स्थित बिजलीघर पर डकैत एवं मजदूर बने बैठे पुलिस के कमांडो के मध्य मुठभेड़ हुई थी.
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मुठभेड़ के दौरान गोली लगने से डेढ़ लाख का इनामी डकैत केशव गुर्जर एवं उसके सहयोगी देवेंद्र गुर्जर व शीशराम गुर्जर घायल हो गए. डकैत अंधेरे का लाभ उठाकर बाबू महाराज के जंगलों की तरफ फरार हो गए थे. लेकिन गोली लगने से डकैतों का खून रास्ते में टपकता रहा. खून के निशानों का पीछा करते हुए पुलिस डकैत देवेंद्र गुर्जर के ठिकाने पेड़ पर बने मचान तक पहुंच गई. जहां पर पुलिस ने डकैत देवेंद्र गुर्जर को आसानी से पकड़ लिया.
तीन राज्यों का है ईनामी
डकैत केशव गुर्जर राजस्थान के साथ मध्य प्रदेश एवं उत्तर प्रदेश में आतंक का पर्याय बना हुआ है. जिस पर तीनों स्टेट की पुलिस की तरफ से करीब डेढ़ लाख रुपए का इनाम घोषित किया हुआ है.