धौलपुर. नगर परिषद के पार्षद सोमवार को नगर परिषद सभापति एवं प्रशासन पर विकास कार्य नहीं कराने के साथ भ्रष्टाचार के गंभीर आरोप लगाते हुए कार्यालय के सामने भूख हड़ताल पर बैठ गए. पार्षदों ने नगर परिषद सभापति एवं प्रशासन के खिलाफ जमकर नारेबाजी कर प्रदर्शन किया. पार्षदों ने नगर परिषद सभापति एवं स्थानीय प्रशासन को उग्र आंदोलन की चेतावनी दी है.
हड़ताल पर बैठे पार्षदों ने बताया कि नगर परिषद में विगत लंबे समय से भ्रष्टाचार व्याप्त है. नगर परिषद सभापति एवं स्थानीय प्रशासन सांठगांठ कर भ्रष्टाचार को बढ़ावा दे रहे हैं. मौजूदा वक्त में नगर परिषद कार्यालय में चरम सीमा पर भ्रष्टाचार पहुंच चुका है. सभापति और आयुक्त के चहेते लोगों को वरीयता दी जाती है. बिचौलियों के माध्यम से लोगों के काम किए जाते हैं. शहर बदहाली से जूझ रहा है. शहर के प्रमुख बाजारों की सड़कों समेत कॉलोनियों में सड़क मार्ग अधिकांश क्षतिग्रस्त हो चुके हैं. कॉलोनियों में गंदगी फैलने के साथ जलभराव की समस्या देखी जा रही है.
वार्ड नंबर 14 की पार्षद संध्या राजोरिया ने बताया पूर्व में भी कई मर्तबा नगर परिषद सभापति एवं आयुक्त को शिकायत पत्र देकर भ्रष्टाचार पर अंकुश लगाने के साथ विकास कार्य कराने की मांग की गई है. लेकिन नगर परिषद सभापति एवं आयुक्त सांठगांठ कर भ्रष्टाचार को बढ़ावा दे रहे हैं. सभापति एवं आयुक्त द्वारा सत्ता पक्ष पार्टी के पार्षदों को विकास कार्य में वरीयता दी जाती है. विपक्षी पार्षदों को पूरी तरह से सभापति एवं नगर परिषद प्रशासन द्वारा दरकिनार किया जा रहा है.
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हड़ताल में शामिल हुई उपसभापति माया शर्मा ने बताया जिला प्रशासन, नगर परिषद प्रशासन एवं सभापति को कई बार मौखिक रूप से एवं लिखित में शिकायत देकर अवगत कराया गया था. लेकिन नगर परिषद एवं जिला प्रशासन के जिम्मेदार बेखबर हैं. उन्होंने चेतावनी देते हुए कहा अगर नगर परिषद से भ्रष्टाचार को समाप्त नहीं किया गया, तो हड़ताल लगातार जारी रहेगी. जिम्मेदारों का घेराव कर उग्र आंदोलन भी किया जा सकता है.