धौलपुर. जिले के सीमावर्ती इलाकों के कोरोना हॉटस्पॉट के रूप में उभरने के बाद जिला प्रशासन लगातार सतर्कता बरत रहा है. कोरोना वायरस के संक्रमण की रोकथाम के लिए प्रशासन ने जिले से लगने वाली उत्तर प्रदेश और मध्य प्रदेश की सीमाओं को पूरी तरह से सील कर दिया है. जिसको लेकर शुक्रवार शाम को कलेक्टर राकेश कुमार जायसवाल और पुलिस अधीक्षक मृदुल कच्छावा ने राजाखेड़ा पहुंच कर उत्तर प्रदेश बॉर्डर से लगने वाले बॉर्डरों का निरीक्षण किया. साथ ही उपखंड के छीतापुरा, कांटरपुरा, जगमोहन का पुरा और समोना पंचायत में उत्तर प्रदेश के आगरा की सीमा से लगने वाले नाकों का निरीक्षण कर अधिकारियों को आवश्यक दिशा निर्देश दिए हैं.
जिला कलेक्टर ने बताया कि, कोरोना हॉट स्पॉट के रूप में उभरे आगरा, मुरैना और बयाना की सीमाओं से धौलपुर तीनों तरफ से घिरा हुआ है. ऐसे में बॉर्डर की अहमियत काफी बढ़ जाती है. इन कोरोना हॉटस्पॉट एरिया की सीमाओं से कोई भी संदिग्ध व्यक्ति जिले की सीमा में प्रवेश न कर सके इसके लिए जिले की सीमाओं पर पुलिस जाब्ता लगातार निगरानी कर रहा है. वहीं, उपखंड प्रशासन ने बॉर्डर से लगने वाले लिंक रोड़ों को भी जेसीबी से खुदवा दिया है, जिससे इन लिंक रोड के माध्यम से लोगों का आवागमन भी पूरी तरह से ठप हो चुका है. जिले की सीमाओं से सिर्फ सरकार स्वीकृत खाद्य सामंग्री और अन्य आवश्यक वस्तुओं के वाहनों को ही प्रवेश दिया जा रहा है.
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उन्होंने कहा कि, बॉर्डर की सीमा पर तैनात जवानों और वॉलिंटियर्स काफी सराहनीय काम कर रहे हैं. हाल ही में उत्तर प्रदेश के खैरागढ़ में निकले कोरोना पॉजिटिव मरीज ने 31 मार्च को जिले की सीमा में प्रवेश करने की कोशिश की थी. लेकिन बॉर्डर पर तैनात निगरानी दल की सतर्कता के कारण वो जिले की सीमा में प्रवेश नहीं कर सकें.