धौलपुर. जिले के चारों विधानसभा क्षेत्र के लिए स्वीकृत की गई कालीतीर परियोजना पर कांग्रेस में जोरदार रार देखने को मिल रही है. मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने बुधवार को वर्चुअल कालीतीर परियोजना का राजाखेड़ा में शिलान्यास कर दिया. शिलान्यास कार्यक्रम में राजाखेड़ा विधायक रोहित बोहरा एवं धौलपुर विधायक शोभारानी कुशवाह मौजूद रहीं. वहीं बाड़ी विधायक गिर्राज सिंह मलिंगा एवं बसेड़ी विधायक खिलाड़ी लाल बैरवा कार्यक्रम में शामिल नहीं हुए.
लगभग 8 करोड़ की लागत से जिले के लिए स्वीकृत की गई कालीतीर परियोजना पर कांग्रेस में जोरदार घमासान देखने को मिल रहा है. राजाखेड़ा विधानसभा क्षेत्र के विधायक रोहित बोहरा कालीतीर परियोजना को धरातल पर लाने का श्रेय खुद को दे रहे हैं. वहीं बाड़ी विधायक गिर्राज सिंह मलिंगा परियोजना की स्वीकृति उनकी मेहनत का नतीजा बता रहे हैं. बसेड़ी विधायक खिलाड़ी लाल बैरवा ने भी परियोजना श्रेय मलिंगा एवं खुद को दिया है.
भाजपा का भी अपना दावाः कालीतीर परियोजना को लेकर भाजपा भी श्रेय लेने में जुटी है. भाजपा के क्षेत्रीय सांसद डॉ मनोज राजोरिया ने हाल ही में प्रेस वार्ता कर परियोजना को लागू करने का श्रेय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को दिया. बुधवार को मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कालीतीर परियोजना का शिलान्यास कर दिया. इस कार्यक्रम में मलिंगा एवं बैरवा का नहीं पहुंचना चर्चा का विषय बना हुआ है.
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वर्ष 2011 से उठा रहा मुद्दाः मलिंगा ने कहा कि परियोजना का मुद्दा उन्होंने वर्ष 2011 से लगातार उठाया है. वर्ष 2011 में रोहित बोहरा एवं उनके पिता प्रद्युम्न सिंह विधायक भी नहीं थे. वर्ष 2012 में इस परियोजना को लेकर सर्वे भी कराया था, जिसका रिकॉर्ड संबंधित विभाग में मौजूद है. वर्ष 2013 के बाद तत्कालीन कांग्रेस सरकार के जाने पर उन्होंने वसुंधरा सरकार में भी कालीतीर परियोजना के मुद्दे को पुरजोर तरीके से उठाया था.
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क्या है कालीतीर परियोजनाः कालीतीर परियोजना को राज्य सरकार ने 800 करोड़ से अधिक की वित्तीय स्वीकृति जारी की है. परियोजना का मुख्य उद्देश्य बाड़ी और बसेड़ी विधानसभा के डांग क्षेत्र को पानी उपलब्ध कराना है. बसेड़ी विधानसभा क्षेत्र के सरमथुरा उपखंड के डांग इलाके में इस प्रोजेक्ट को लगाया जाएगा. चंबल नदी से परियोजना को कनेक्ट कर आंगई डैम, राम सागर, उर्मिला सागर एवं तालाब शाही में पानी छोड़ा जाएगा. इन चार बांध से पानी नहर एवं पाइप लाइन के माध्यम से बसेड़ी, सरमथुरा, बाड़ी, सैंपऊ, धौलपुर, मनिया एवं राजाखेड़ा में उपलब्ध कराया जाएगा. परियोजना से लगभग 500 गांव लाभान्वित होंगे. सिंचाई के लिए 24 घंटे पानी उपलब्ध होने के साथ पीने के लिए भी फिल्टर्ड पानी उपलब्ध कराया जाएगा.