धौलपुर. बाड़ी शहर के मलिक पाड़ा मोहल्ले से कोरोना गाइडलाइन उल्लंघन का मामला सामने आया है. एक कपड़ा व्यापारी द्वारा घर के अंदर ग्राहकों को बुलाकर दुकानदारी की जा रही थी. लेकिन प्रशासन के निगरानी दल को मामले की भनक लग गई. प्रशासन की टीम जैसे ही मौके पर पहुंची तो निगरानी दल प्रभारी को कपड़ा व्यापारी के परिजनों ने मकान के अंदर बंधक बना लिया. टीम प्रभारी के साथ महिला और पुरुषों ने करीब आधे घंटे तक मारपीट की. मौके पर पहुंची पुलिस ने निगरानी टीम को अंदर से मुक्त कराया. पुलिस ने आरोपी कपड़ा व्यापारी के परिजनों को हिरासत में ले लिया है.
महामारी को लेकर अब भी लालची व्यापारी गंभीर नहीं हैं. राज्य सरकार ने गाइडलाइन जारी कर राशन खाद्य सामग्री और आपातकालीन सेवाओं में छूट दी है. लेकिन गैर अनुमति की दुकानों को खोलने वाले व्यापारी भी अब घरों से कारोबार को संचालित कर रही है. बाड़ी शहर के मलिक पाड़ा मोहल्ले में ऐसा ही एक मामला देखने को मिला है. प्रीति नाम की कपड़ा व्यापारी के घर के अंदर ग्राहकों को घुसा कर दुकानदारी की जा रही थी. निगरानी दल की टीम को जब घर के अंदर से कपड़े खरीदते हुए ग्राहक निकलते हुए दिखाई दिए तो मौके पर पहुंच गए.
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निगरानी दल के टीम प्रभारी आसिफ अली ने देखा तो घर के अंदर कपड़े भरे हुए थे, जिसमें करीब आधा दर्जन ग्राहक खरीदारी कर रहे थे. जब निगरानी दल प्रभारी ने विरोध किया तो कपड़ा व्यापारी प्रीति एवं उसके परिजन आग बबूला हो गए और विरोध करने लगे. निगरानी दल के प्रभारी और कपड़ा व्यापारियों में नोक-झोंक शुरू हो गई. कपड़ा व्यापारी के परिजनों ने टीम प्रभारी को मकान के अंदर ही दबोच कर बंधक बना लिया. कपड़ा व्यापारी के परिजनों द्वारा घर में बंदकर जमकर मारपीट की गई.
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मामले की खबर टीम के अन्य सदस्यों ने स्थानीय बाड़ी कोतवाली थाना पुलिस को दी. मौके पर पहुंची पुलिस टीम ने बंधक व्यापारी को कपड़ा व्यापारी के परिजनों से मुक्त कराया. पुलिस ने कपड़ा व्यापारी के परिजनों को राहत में लिया है. निगरानी दल टीम के प्रभारी आसिफ अली द्वारा नामजद कपड़ा व्यापारी और उसके परिजनों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया जा रहा है. उधर, सरकार और प्रशासन की लाख दलीलों के बाद भी लालची दुकानदार और व्यापारी महामारी को लेकर गंभीर नहीं है. प्रशासन की कार्रवाई के बावजूद भी चोरी छुपे व्यापारियों द्वारा व्यापार किया जा रहा है.