धौलपुर. जिले में बुनियादी समस्याओं से जूझ रहे ग्रामीणों ने पंचायत चुनाव के बहिष्कार करने की शुरुआत कर दी है. सरमथुरा उपखंड के ग्राम पंचायत खरौली के राजस्व गांव अमानपुरा के मतदाताओं ने सैकड़ों की तादाद में लामबंद होकर प्रदर्शन किया और सरकार एवं प्रशासन के खिलाफ जमकर नारेबाजी की. ग्रामीणों ने हाथों में पंचायत चुनाव के बहिष्कार के पोस्टर लेकर सड़क बनवाने की मांग की.
सड़क नहीं तो पंचायत चुनाव का बहिष्कार
बुधवार को भी सरमथुरा पंचायत समिति के गांव मठ समाधि के ग्रामीणों ने चुनाव बहिष्कार के पोस्टर घरों पर लगाए और गुरुवार को अमानपुरा गांव में सैकड़ों की तादाद में महिला पुरुष एवं स्कूली बच्चों ने सड़क निर्माण नहीं होने पर लामबंद होकर चुनाव बहिष्कार का ऐलान किया. ग्रामीणों ने बताया कि पंचायत के गांव खरौली से अमानपुरा तक 5 किलोमीटर का कच्चा मार्ग है. सरकारें आईं और चली गईं, लेकिन सड़क का निर्माण नहीं हो रहा है.
ग्रामीणों का कहना है कि पूरा रास्ता दुर्गम है. कीचड़ और गंदगी होने के कारण आवागमन में भारी असुविधा होती है. सबसे अधिक मुसीबतों का सामना स्कूली बच्चों को करना पड़ रहा है. छात्रा मीना कुमारी ने बताया उनके माता-पिता के पास संसाधनों का अभाव है. रास्ता नहीं होने के कारण स्कूल से वंचित होना पड़ता है. सबसे अधिक समस्या बच्चियों के लिए होती है. सुविधा संसाधन एवं सड़क मार्ग नहीं होने से शिक्षा से वंचित रहना पड़ रहा है.
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राजनेता देते हैं आश्वासन- ग्रामीण
ग्रामीणों ने बताया कि समस्या को लेकर कई मर्तबा राजनेता एवं प्रशासनिक अधिकारियों को अवगत कराया गया है. लेकिन राजनेता और सिस्टम के जिम्मेदार सिर्फ आश्वासन देते रहे हैं. सड़क निर्माण की समस्या से किसी भी राजनेता या अधिकारी ने निजात दिलाने की जहमत नहीं उठाई है. वर्तमान स्थिति में कच्चा रास्ता बना हुआ है. बरसाती सीजन होने के कारण पूरे रास्ते में कीचड़ और दलदल है. आवागमन की सुविधा बंद हो जाती है.
पंचायत मुख्यालय तक सफर करने के लिए ग्रामीणों को पैदल ही जाना पड़ता है. लिहाजा आक्रोशित ग्रामीणों ने गांव में पंचायत चुनाव के बहिष्कार का ऐलान किया है. 26 अक्टूबर को सरमथुरा पंचायत समिति में तीसरे चरण के पंचायत चुनाव होंगे. ग्रामीणों ने मतदान नहीं करने का फैसला लिया है. इसके साथ ही ग्रामीणों ने गांव के अंदर दीवारों पर एवं सरकारी इमारतों पर भी मतदान बहिष्कार के पोस्टर चस्पा कर दिए है.