धौलपुर. चंबल में आई बाढ़ से दर्जनों की तादाद में कच्चे-पक्के मकान धराशाई हो रहे हैं. आसमान से बारिश आफत बनकर बरस रही है. सोमवार सुबह पार्वती बांध के 8 गेट खोल कर पानी रिलीज किया है. पार्वती नदी में पानी की आवक होने पर सैपऊ-बाड़ी मार्ग स्थिति पुल पर 4 फीट पानी की चादर चल रही है. उधर चंबल नदी भी लगातार उफान पर बनी हुई है.
विगत एक हफ्ते से धौलपुर जिला 'पानी-पानी' हो रहा है. लगातार हो रही बारिश अब आमजन के साथ जिले के किसानों के लिए आफत बनती जा रही है. चंबल नदी में आई बाढ़ से सरमथुरा, बाड़ी, धौलपुर एवं राजाखेड़ा उपखंड इलाके के 50 से अधिक गांव प्रभावित हुए हैं. नदी के तटवर्ती एवं निचले इलाकों में फंसे ग्रामीणों के कच्चे-पक्के मकान धराशाई होने से अनाज, कपड़े, बर्तन समेत पशुओं का चारा भारी तादाद में बर्बाद हुआ है. नदी के इलाके से सटे किसानों की सैकड़ों बीघा खरीफ फसल भी बर्बाद हो चुकी है.
जिला समेत हाड़ौती क्षेत्र में हो रही बारिश से चंबल नदी लगातार रौद्र रूप दिखा रही है. उसके साथ ही जिले का सबसे बड़ा आंगई बांध भी लबालब भर चुका है. करौली एवं डांग क्षेत्र से बांध के कैचमेंट एरिया में पानी की अधिक आवक होने पर सोमवार को 8 गेट खोलकर भारी तादाद में पानी रिलीज किया है. जल संसाधन विभाग के एक्सईएन होती लाल मीणा ने बताया कि करौली एवं डांग क्षेत्र में हो रही बारिश से आंगई बांध में पानी की आवक भारी तादाद में देखी जा रही है. जल संसाधन विभाग की टीम द्वारा हर 10 मिनट में गेज का अपडेट लिया जा रहा है. उन्होंने बताया गेज कि मेंटेन नहीं होने की स्थिति में और पानी रिलीज किया जा सकता है.
यहां लोगों के लिए बड़ी मुसीबत...
जिले की चंबल एवं पार्वती नदी विगत 1 हफ्ते से लगातार उफान पर देखी जा रही है. चंबल नदी का खतरे का निशान 130.79 मीटर है, लेकिन पानी की आवक तेजी से होने पर जल स्तर करीब 7 मीटर ऊंचाई पर चल रहा है. चंबल में आई बाढ़ से सरमथुरा, बाड़ी, धौलपुर एवं राजाखेड़ा इलाके के 50 से अधिक गांव बाढ़-आपदा की चपेट में आए हैं. लोगों के कच्चे-पक्के मकान धराशाई होने के साथ पशुओं का चारा भारी तादाद में बर्बाद हुआ है. बाजरा, दलहन, तिलहन, ग्वार की फसल पूरी तरह से चौपट हो चुकी है. किसानों की आंखों के सामने गाढ़ी कमाई बर्बाद हो रही है.
शहर हुआ पानी-पानी...
सोमवार सुबह से ही बारिश का दौर शुरू हो गया. मूसलाधार बारिश होने से शहर के मुख्य बाजार समेत गली-मोहल्ले दरिया के रूप में बदल गए. शहर में चारों तरफ जलभराव की समस्या पैदा हो गई. शहरवासियों के घरों में पानी घुसने से भारी परेशानी हुई है. नाले और नालियां बंद होने से नगर परिषद प्रशासन की पोल खुल गई.
मौसम विभाग दे रहा है भारी बारिश की चेतावनी...
मौसम विभाग से मिली जानकारी के मुताबिक पूर्वी राजस्थान में मानसून का भारी दबाव देखा जा रहा है. जयपुर, अलवर, भरतपुर धौलपुर, करौली, कोटा एवं सवाई माधोपुर जिले में भारी बारिश की चेतावनी दी है. आगामी दो दिनों में भारी बारिश की संभावना दिखाई दे रही है.