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आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं ने वेतन और नियमितिकरण को लेकर किया प्रदर्शन

धौलपुर जिले की आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं ने शुक्रवार को कलेक्ट्रेट कार्यालय के सामने विभिन्न मांगों को लेकर जमकर प्रदर्शन किया. आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं ने जिला कलेक्टर से मांग की है कि मिनी आंगनवाड़ी आशा सहयोगिनी और ग्राम साथियों को सरकारी कर्मचारी घोषित किया जाए. इसके साथ ही मानदेय 18 हजार रुपए रखने की मांग की है.

Anganwadi workers of dholpur, protest against salary increement, memorandum given to collector
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Published : Aug 9, 2019, 10:40 PM IST

धौलपुर. जिले की आंगनबाड़ी कार्यकर्ता आशा सहयोगिनी और मिनी आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं ने शुक्रवार को कलेक्ट्रेट कार्यालय के सामने विभिन्न मांगों को लेकर जमकर प्रदर्शन किया. आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं ने जिला कलेक्टर को मुख्यमंत्री के नाम पर ज्ञापन प्रेषित कर मांग की है कि मिनी आंगनवाड़ी आशा सहयोगिनी और ग्राम साथियों को सरकारी कर्मचारी घोषित किया जाए. इसके साथ ही मानदेय 18 हजार रुपए रखने की मांग की है.

वेतन में वृद्धि को लेकर आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं ने किया प्रदर्शन

आंगनबाड़ी कार्यकर्ता संघ की जिला अध्यक्ष सरिता बंसल ने बताया कि महिला बाल विकास विभाग में सभी महिलाएं लंबे समय से सेवाये दे रही है, लेकिन सरकार ने अब तक आंगनबाड़ी कार्यकर्ता सहायिका मिनी आंगनवाड़ी आशा सहयोगिनी और ग्राम साथिन को सरकारी कर्मचारी घोषित नहीं किया है. ज्ञापन के माध्यम से महिलाओं ने इन सभी को सरकार में स्थाई नोकरी की मांग की है. इसके अलावा जब तक इन महिलाओं को सरकार स्थाई नहीं कर रही है तब तक इनका मानदेय 18 हजार रुपये प्रति माह किया जाना चाहिए.

ज्ञापन में महिलाओं ने बताया कि आशा सहयोगिनी महिलाएं महिला बाल विकास विभाग और मेडिकल विभाग दोनों विभागों में सेवाएं देती है. ऐसे में इन महिलाओं की पीड़ा को देखते हुए एक ही विभाग में समायोजित किया जाना चाहिए. राज्य सरकार ने हाल में ही बजट में आशा सहयोगिनी और ग्राम साथिन में दो सौ रुपये की वृद्धि की थी जो आज के महंगाई के जमाने में काफी नही है. लिहाजा महिलाओं के वेतन भत्ते में वृद्धि होनी चाहिए.

यह भी पढ़े: नागौर के खींवसर में तालाब में नहाने गए 3 किशोरों की डूबने से मौत

बता दे कि महिलाओं ने सैकड़ों की तादाद में लामबंद होकर शहर भर में रैली निकाली. कलेक्ट्रेट कार्यालय के सामने सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी कर प्रदर्शन किया.

वहीं महिलाओं ने चेतावनी देते हुए कहा कि अगर राज्य सरकार ने आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं आशा सहयोगिनी मिनी आंगनवाड़ी और सहायका की जायज मांगों पर ध्यान नहीं दिया तो जिम्मेदारों का घेराव कर सड़कों पर आंदोलन करेगी

धौलपुर. जिले की आंगनबाड़ी कार्यकर्ता आशा सहयोगिनी और मिनी आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं ने शुक्रवार को कलेक्ट्रेट कार्यालय के सामने विभिन्न मांगों को लेकर जमकर प्रदर्शन किया. आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं ने जिला कलेक्टर को मुख्यमंत्री के नाम पर ज्ञापन प्रेषित कर मांग की है कि मिनी आंगनवाड़ी आशा सहयोगिनी और ग्राम साथियों को सरकारी कर्मचारी घोषित किया जाए. इसके साथ ही मानदेय 18 हजार रुपए रखने की मांग की है.

वेतन में वृद्धि को लेकर आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं ने किया प्रदर्शन

आंगनबाड़ी कार्यकर्ता संघ की जिला अध्यक्ष सरिता बंसल ने बताया कि महिला बाल विकास विभाग में सभी महिलाएं लंबे समय से सेवाये दे रही है, लेकिन सरकार ने अब तक आंगनबाड़ी कार्यकर्ता सहायिका मिनी आंगनवाड़ी आशा सहयोगिनी और ग्राम साथिन को सरकारी कर्मचारी घोषित नहीं किया है. ज्ञापन के माध्यम से महिलाओं ने इन सभी को सरकार में स्थाई नोकरी की मांग की है. इसके अलावा जब तक इन महिलाओं को सरकार स्थाई नहीं कर रही है तब तक इनका मानदेय 18 हजार रुपये प्रति माह किया जाना चाहिए.

ज्ञापन में महिलाओं ने बताया कि आशा सहयोगिनी महिलाएं महिला बाल विकास विभाग और मेडिकल विभाग दोनों विभागों में सेवाएं देती है. ऐसे में इन महिलाओं की पीड़ा को देखते हुए एक ही विभाग में समायोजित किया जाना चाहिए. राज्य सरकार ने हाल में ही बजट में आशा सहयोगिनी और ग्राम साथिन में दो सौ रुपये की वृद्धि की थी जो आज के महंगाई के जमाने में काफी नही है. लिहाजा महिलाओं के वेतन भत्ते में वृद्धि होनी चाहिए.

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बता दे कि महिलाओं ने सैकड़ों की तादाद में लामबंद होकर शहर भर में रैली निकाली. कलेक्ट्रेट कार्यालय के सामने सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी कर प्रदर्शन किया.

वहीं महिलाओं ने चेतावनी देते हुए कहा कि अगर राज्य सरकार ने आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं आशा सहयोगिनी मिनी आंगनवाड़ी और सहायका की जायज मांगों पर ध्यान नहीं दिया तो जिम्मेदारों का घेराव कर सड़कों पर आंदोलन करेगी

Intro:धौलपुर जिले भर की आंगनबाड़ी कार्यकर्ता आशा सहयोगिनी और मिनी आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं ने कलेक्ट्रेट कार्यालय के सामने विभिन्न मांगों को लेकर जमकर नारेबाजी कर प्रदर्शन किया. आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं ने जिला कलेक्टर को मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन प्रेषित किया है. जिला कलेक्टर को दिए गए ज्ञापन में आंगनबाड़ी कार्यकर्ता सहायिका मिनी आंगनवाड़ी आशा सहयोगिनी और ग्राम साथियों को सरकारी कर्मचारी घोषित करने की मांग की है. साथ ही मानदेय 18 हजार रुपए रखने की भी सरकार से मांग रखी है.




Body:आंगनबाड़ी कार्यकर्ता संघ की जिला अध्यक्ष सरिता बंसल ने बताया कि महिला बाल विकास विभाग में सभी महिलाएं लंबे समय से सेवाये दे रही है. लेकिन सरकार ने आंगनबाड़ी कार्यकर्ता सहायिका मिनी आंगनवाड़ी आशा सहयोगिनी और ग्राम साथिन को सरकारी कर्मचारी घोषित नहीं किया है. ज्ञापन के माध्यम से महिलाओं ने इन सभी को सरकार में स्थाई जॉब की मांग की है. उसके अलावा जब तक इन महिलाओं को सरकार स्थाई नहीं कर रही है तब तक इनका मानदेय 18 हजार रुपये प्रति माह किया जाना चाहिए. ज्ञापन में महिलाओं ने बताया कि आशा सहयोगिनी महिलाएं महिला बाल विकास विभाग और मेडिकल विभाग दोनों विभागों में सेवाएं दे रही हैं. इन महिलाओं की पीड़ा को देखते हुए एक ही विभाग में समायोजित किया जाना चाहिए. राज्य सरकार ने हाल ही में बजट में आशा सहयोगिनी और ग्राम साथिन के बजट में 2 सौ रुपये की वृद्धि की थी जो आज के महंगाई के जमाने में नाकाफी है. लिहाजा महिलाओं के वेतन भत्ते में वृद्धि होनी चाहिए. महिलाओं ने आज सैकड़ों की तादाद में लामबंद होकर शहर भर में रैली निकाली. कलेक्ट्रेट कार्यालय के सामने सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी कर प्रदर्शन किया. करीब आधे घंटे के हंगामे के बाद महिलाओं ने जिला कलेक्टर को मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन प्रेषित किया.



Conclusion:महिलाओं ने चेतावनी देते हुए कहा कि अगर राज्य सरकार ने आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं आशा सहयोगिनी मिनी आंगनवाड़ी और सहायका की जायज मांगों पर ध्यान नहीं दिया तो जिम्मेदारों का घेराव कर सड़कों पर आंदोलन किया जाएगा. प्रदर्शन के दौरान सैकड़ों की तादाद में महिलाएं मौजूद रहीं.
Byte - सरिता बंसल ,जिला अध्यक्ष आंगनबाड़ी कार्यकर्ता
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Neeraj Sharma
Dholpur
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