धौलपुर. जिले में रविवार को सामूहिक विवाह सम्मलेन का आयोजन हुआ. जिसमें पांडाल में पंडित के मंत्र, मौलवी की निकाह की रस्म और सिख धर्म के शादी के संगम ने मानवता को एक सूत्र में बांध दिया. इस आयोजन का श्रेय धौलपुर के रहने वाले अनिल अग्रवाल को जाता है. जिन्होंने हिन्दू, मुस्लिम और सिख समुदाय की करीब 50 बच्चियों के विवाह कराए.
अनिल अग्रवाल ने बताया, कि उनका परिवार शुरू से समाज सेवा करता रहा है. पूर्व में उनका परिवार काफी गरीब हुआ करता था. ऐसे में बेटियों की शादी के दर्द को परिवार ने महसूस किया है. सराफा व्यापारी अग्रवाल ने बताया, कि उनके द्वारा धौलपुर जिले में खासकर डांग क्षेत्र में गरीब, निर्धन और जिनके माता-पिता, भाई नहीं हैं, उन बच्चियों को तलाश कर रिश्ते तय कराये जाते हैं.
रविवार को हुए सामूहिक विवाह सम्मलेन में हिन्दू धर्म की 41 बच्चियों, मुस्लिम धर्म की 6 बच्चियों और सिख धर्म की 4 बच्चियों के रिश्ते तय कराये गए. जिनका तीर्थराज मचकुंड को साक्षी मानकर पारंपरिक रीति-रिवाज से विवाह संपन्न कराया गया.
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अनिल अग्रवाल जिले में अबतक पांच बड़े आयोजन करा चुके हैं. जिनमें वह सभी धर्म की 247 बच्चियों की शादी निजी खर्चे पर करा चुके हैं. समाजसेवी अनिल ने बताया, कि उनका परिवार होली, दिवाली, जन्मदिन, शादी, वर्षगांठ पर कभी पैसे खर्च नहीं करता है.
उन्होंने बताया, कि समाज की गरीब निर्धन और जिनके माता-पिता नहीं है, ऐसी बेटियों को चिन्हित कर विवाह कराया जाता है. सामूहिक विवाह सम्मलेन में विवाह की रस्म अदा होने के बाद वर-वधू को भावभीनी विदाई दी गई. शादी के बाद बेटियों को घरेलू सामान भी गिफ्ट किया गया.