दौसा. अखिल राजस्थान राज्य कर्मचारी संयुक्त महासंघ ने गहलोत सरकार के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है. कर्मचारियों ने बुधवार को जिला कलेक्ट्रेट पर जमकर प्रदर्शन किया. कर्मचारियों ने आरोप लगाया कि पूर्ववर्ती सरकार ने जो कर्मचारियों को सुविधाएं दी थी कांग्रेस सरकार उनको भी धीरे-धीरे कम करती जा रही है.
पढ़ें: कोटा में कांग्रेसियों पर लाठीचार्ज मामले में अजय माकन ने डोटासरा से मांगी रिपोर्ट
कर्मचारी महासंघ के जिला अध्यक्ष ओमप्रकाश शर्मा ने कहा कि कोविड-19 के नाम पर सरकार कर्मचारियों के वेतन में कटौती कर रही है. कई महीनों से कर्मचारियों की 2 दिन की सैलरी काटी जा रही है. सरकार की इन द्वेष पूर्ण रवैये से प्रदेश भर के कर्मचारी परेशान हैं. उसी के तहत अखिल राजस्थान राज्य कर्मचारी संयुक्त महासंघ दौसा ने जिला कलेक्टर को ज्ञापन सौंपकर जेल भरो आंदोलन के तहत गिरफ्तारी दी है.
कर्मचारियों का कहना है कि उन्होंने कोरोना में जी जान से काम किया. उसके बावजूद भी सरकार कर्मचारियों का वेतन काट रही है. साथ ही सामंत कमेटी की सिफारिशों का भी कर्मचारियों ने विरोध किया और सामूहिक अवकाश के अधिकार को बहाल करने, सातवें वेतन आयोग से वंचितों को सातवें वेतन आयोग का लाभ देने सहित आठ सूत्रीय मांगों को लेकर प्रदर्शन कर रहे हैं. कर्मचारियों के प्रदर्शन को देखते हुए कोतवाली थाना पुलिस मौके पर पहुंची और दो बसों में कर्मचारियों को भर कर कलेक्ट्रेट से दूर ले जाकर छोड़ दिया.