दौसा. कोरोना वायरस संक्रमण के खतरे के चलते हुए लॉकडाउन में पिछले डेढ़ महीने से अधिक समय से सारे कारोबार बंद है.ऐसे में इस लॉकडाउन से गरीब और मजदूर वर्ग सबसे अधिक प्रभावित हुआ है. सरकार गरीब लोगों को खाद्य सुरक्षा योजना के तहत अनाज उपलब्ध करवा रही है. लेकिन इसके राशन में आवंटन में अनियमितताओं के मामले लगातार सामने आ रहें है. ऐसे में लोग प्रशासन के पास राशन सामग्री मिलने में हो रही अनियमितताओं को लेकर प्रदर्शन करते हैं.
शुक्रवार को जिला मुख्यालय के समीप गणेशपुरा ग्राम पंचायत में राशन वितरण में अनियमितता का मामला सामने आया. यहां राशन डीलर के पास गुरुवार को राशन लेने के लिए पहुंचने वाले लोगों को 10 किलो प्रति व्यक्ति के हिसाब अनाज उपलब्ध करवाया गया. दूसरे दिन शुक्रवार को जो लोग राशन लेने आए उनको 5 किलो प्रति व्यक्ति के हिसाब से अनाज दिया गया. जिससे लोगों में राशन डीलर के खिलाफ रोष व्याप्त हो गया.
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वहीं मामले को लेकर राशन डीलर रामजी लाल मीणा का कहना है कि उन्हें अपने क्षेत्र में वितरण के लिए 105 क्विंटल अनाज की आवश्यकता होती है. लेकिन विभाग से उन्हें 85 से 86 क्विंटल अनाज उपलब्ध होता है. इस संबंध में वह कई बार विभाग को लिखित में शिकायत भी दे चुके हैं, लेकिन हालात यथावत हैं. इसी वजह से उन्हें शुरू में आने वाले लोगों को तो पर्याप्त अनाज उपलब्ध करवा देते है. लेकिन बाद में आने वाले लोगों को अनाज कम ही मिल पाता है.
वहीं मामले को लेकर रसद अधिकारी पहलाद मीणा का कहना है कि गणेशपुरा पंचायत का मामला आया है, जांच करवा कर कार्रवाई की जाएगी. रसद अधिकारी का कहना है कि इस लॉकडाउन के चलते कई राशन डीलरों की अनियमितताओं की शिकायत शिकायत आई थी, जिसके चलते जिले में 10 से अधिक राशन डीलरों के खिलाफ संबंधित पुलिस थाना में मुकदमा दर्ज करवा कर जांच करवाई जा रही है.