दौसा. जिले के पंचायत राज विभाग में नरेगा अभियंता अपनी अपने प्रमोशन और वेतन में वृद्धि नहीं होने को लेकर राज्य सरकार के खिलाफ नारेबाजी करते हुए पिछले 13 दिन से हड़ताल पर बैठे हैं. नरेगा कर्मियों का कहना है कि सरकार ने उन्हें भर्ती के बाद से ना स्थायीकरण दिया है और नहीं वेतन वृद्धि. जिसके चलते सरकार के खिलाफ नाराजगी जाहिर करते हुए पिछले 13 दिन से प्रदेश स्तरीय हड़ताल पर बैठे हैं.
बता दें कि पंचायत राज विभाग नरेगा में 2008 में हुई अभियंता भर्ती के कार्मिक पिछले 12 वर्षों से अपनी वेतन वृद्धि और स्थायीकरण नहीं होने से नाराज होकर सरकार के खिलाफ नारेबाजी करते हुए धरना प्रदर्शन कर रहे हैं. नरेगा कर्मियों का कहना है कि सरकार ने अपने मैनिफेस्टो में संविदा कर्मियों को स्थाई करने का आश्वासन दिया था. जिसके 2 वर्ष बीत जाने के बाद भी सरकार इन अभियंताओं की ओर ध्यान नहीं दे रही है.
पढ़ें: कोचिंग सिर्फ कोटा की अर्थव्यवस्था ही नहीं, देश के बच्चों का भविष्य भी तय करती हैः ओम बिरला
साथ ही उनका कहना है कि महंगाई के हालात दिन-ब-दिन बढ़ते जा रहे हैं और सरकार स्थायीकरण तो दूर हमारा वेतन वृद्धि भी नहीं बढ़ा कर रही है. ऐसे में इस दौर में नरेगा अभियंता आर्थिक संकट से जूझ रहे हैं. जिसके चलते लगातार पिछले 13 दिन से हड़ताल पर बैठे हैं.
नरेगा कर्मियों, नरेगा अभियंता एसोसिएशन के जिलाध्यक्ष मुकेश शर्मा का कहना है कि अपनी मांगों को लेकर नरेगा अभियंता शांतिपूर्ण तरीके से अपना प्रदर्शन कर रहे हैं. पिछले 13 दिन से लगातार हड़ताल जारी है. ऐसे में जब तक सरकार उनकी मांगें नहीं मानेंगी तब तक हम लगातार हड़ताल पर रहेंगे.