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महंत किशोर पुरी महाराज : बालिका शिक्षा को दिया बढ़ावा...स्कूल, कॉलेज और आईटी कॉलेज तक की स्थापना की - dausa news

विश्व विख्यात मेहंदीपुर बालाजी धाम के महंत किशोर पुरी जी महाराज का रविवार को निधन हो गया. वे 88 वर्ष के थे. उन्हें चेस्ट इन्फेक्शन था. वे जयपुर में ही इलाज करा रहे थे और लंबे समय से बीमार थे. वे 55 वर्ष तक मेहंदीपुर बालाजी की महंत गद्दी पर आसीन रहे.

महंत किशोर पुरी महाराज
महंत किशोर पुरी महाराज
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Published : Aug 8, 2021, 10:35 PM IST

मेहंदीपुर बालाजी (दौसा). प्रसिद्ध धार्मिक स्थल मेहंदीपुर बालाजी मंदिर के प्रमुख महंत किशोर पुरी जी महाराज का शनिवार को निधन हो गया. उनका पार्थिव शरीर जब जयपुर से मेहंदीपुर पहुंचा तो उनके दर्शनों के लिए लोगों का हुजूम उमड़ पड़ा.

महंत किशोर पुरी जी महाराज ने जयपुर में अपने निवास पर अंतिम सांस ली. उनके निधन का समाचार मिलने के बाद मंदिर के पट बंद कर दिये गये. महंत किशोर पुरी जी के उत्तराधिकारी नरेशपुरी महाराज सेवा में मौजूद रहे. महंत किशोर पुरी पिछले लंबे समय से बीमार चल रहे थे. तबीयत ज्यादा बिगड़ने पर एक सप्ताह पहले उन्हें मेहंदीपुर बालाजी से जयपुर ले जाया गया था.

महंत किशोर पुरी महाराज
दिव्यात्मा को जन सम्मान

उनका इलाज जयपुर के इंटरनल हॉस्पिटल में चल रहा था. उन्होंने रविवार को दोपहर 1:00 बजे अपने घर पर अंतिम सांस ली. इस दौरान महंत के उत्तराधिकारी नरेशपुरी महाराज उनकी सेवा में उनके साथ रहे. दोपहर करीब 3:30 बजे उनका पार्थिव शरीर बालाजी पहुंचा. यहां बालाजी मंदिर के आरती हॉल में उनका पार्थिव शरीर अंतिम दर्शनों के लिए रखा गया.

पढ़ें- दौसा : मेहंदीपुर बालाजी के महंत किशोरपुरी महाराज का स्वर्गवास...अंतिम दर्शनों के लिए लगा भक्तों का तांता, गद्दी उत्तराधिकारी नरेशपुरी जी महाराज रहे मौजूद

सोमवार को उनके पार्थिव शरीर का चक ढोल निकाल कर संत परंपरा के अनुसार स्व. महंत गणेशपुरी समाधि स्थल पर प्राप्त 10:00 बजे समाधि दी जाएगी. वहीं मुख्यमंत्री अशोक गहलोत, सांसद जसकौर मीणा, मंत्री ममता भूपेश सहित कई जनप्रतिनिधियों ने शोक जताया. किशोर पुरी महाराज के उत्तराधिकारी नरेशपुरी महाराज ने बताया कि महाराज चेस्ट इन्फेक्शन सहित कई बीमारियों से जूझ रहे थे.

महंत किशोर पुरी महाराज
अंतिम दर्शनों की लालसा

महंत किशोर पुरी महाराज के निधन की सूचना मिलते ही बालाजी कस्बे में सन्नाटा पसर गया. दर्शनार्थियों के लिए बालाजी मंदिर के पट बंद कर दिए गये. इसके साथ ही व्यापारी बाजार की दुकानें भी बंद कर मंदिर परिसर में पहुंच गए. जहां महाराज जी के अंतिम दर्शन किये. सामाजिक कार्यों के लिए अपनी विशेष पहचान रखने वाले महंत किशोर पुरी महाराज का जन्म मेहंदीपुर बालाजी के पास उदयपुरा गांव में हुआ था.

बचपन में अपने गुरु गणेश पुरी महाराज से दीक्षा लेने के बाद करीब 55 साल पहले वे मेहंदीपुर बालाजी के महंत की गद्दी पर आसीन हुए. बालाजी मंदिर ट्रस्ट के पदेन अध्यक्ष महंत किशोरपुरी महाराज ने बालिका शिक्षा को बढ़ावा देने के लिए प्राथमिक से लेकर उच्च माध्यमिक तक स्कूल की स्थापना की. साथ ही पीजी कॉलेज, संस्कृत कॉलेज, आईटी कॉलेज की भी स्थापना की.

मेहंदीपुर बालाजी (दौसा). प्रसिद्ध धार्मिक स्थल मेहंदीपुर बालाजी मंदिर के प्रमुख महंत किशोर पुरी जी महाराज का शनिवार को निधन हो गया. उनका पार्थिव शरीर जब जयपुर से मेहंदीपुर पहुंचा तो उनके दर्शनों के लिए लोगों का हुजूम उमड़ पड़ा.

महंत किशोर पुरी जी महाराज ने जयपुर में अपने निवास पर अंतिम सांस ली. उनके निधन का समाचार मिलने के बाद मंदिर के पट बंद कर दिये गये. महंत किशोर पुरी जी के उत्तराधिकारी नरेशपुरी महाराज सेवा में मौजूद रहे. महंत किशोर पुरी पिछले लंबे समय से बीमार चल रहे थे. तबीयत ज्यादा बिगड़ने पर एक सप्ताह पहले उन्हें मेहंदीपुर बालाजी से जयपुर ले जाया गया था.

महंत किशोर पुरी महाराज
दिव्यात्मा को जन सम्मान

उनका इलाज जयपुर के इंटरनल हॉस्पिटल में चल रहा था. उन्होंने रविवार को दोपहर 1:00 बजे अपने घर पर अंतिम सांस ली. इस दौरान महंत के उत्तराधिकारी नरेशपुरी महाराज उनकी सेवा में उनके साथ रहे. दोपहर करीब 3:30 बजे उनका पार्थिव शरीर बालाजी पहुंचा. यहां बालाजी मंदिर के आरती हॉल में उनका पार्थिव शरीर अंतिम दर्शनों के लिए रखा गया.

पढ़ें- दौसा : मेहंदीपुर बालाजी के महंत किशोरपुरी महाराज का स्वर्गवास...अंतिम दर्शनों के लिए लगा भक्तों का तांता, गद्दी उत्तराधिकारी नरेशपुरी जी महाराज रहे मौजूद

सोमवार को उनके पार्थिव शरीर का चक ढोल निकाल कर संत परंपरा के अनुसार स्व. महंत गणेशपुरी समाधि स्थल पर प्राप्त 10:00 बजे समाधि दी जाएगी. वहीं मुख्यमंत्री अशोक गहलोत, सांसद जसकौर मीणा, मंत्री ममता भूपेश सहित कई जनप्रतिनिधियों ने शोक जताया. किशोर पुरी महाराज के उत्तराधिकारी नरेशपुरी महाराज ने बताया कि महाराज चेस्ट इन्फेक्शन सहित कई बीमारियों से जूझ रहे थे.

महंत किशोर पुरी महाराज
अंतिम दर्शनों की लालसा

महंत किशोर पुरी महाराज के निधन की सूचना मिलते ही बालाजी कस्बे में सन्नाटा पसर गया. दर्शनार्थियों के लिए बालाजी मंदिर के पट बंद कर दिए गये. इसके साथ ही व्यापारी बाजार की दुकानें भी बंद कर मंदिर परिसर में पहुंच गए. जहां महाराज जी के अंतिम दर्शन किये. सामाजिक कार्यों के लिए अपनी विशेष पहचान रखने वाले महंत किशोर पुरी महाराज का जन्म मेहंदीपुर बालाजी के पास उदयपुरा गांव में हुआ था.

बचपन में अपने गुरु गणेश पुरी महाराज से दीक्षा लेने के बाद करीब 55 साल पहले वे मेहंदीपुर बालाजी के महंत की गद्दी पर आसीन हुए. बालाजी मंदिर ट्रस्ट के पदेन अध्यक्ष महंत किशोरपुरी महाराज ने बालिका शिक्षा को बढ़ावा देने के लिए प्राथमिक से लेकर उच्च माध्यमिक तक स्कूल की स्थापना की. साथ ही पीजी कॉलेज, संस्कृत कॉलेज, आईटी कॉलेज की भी स्थापना की.

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