दौसा. राजस्थान में 25 नवंबर को विधानसभा चुनाव शांतिपूर्ण तरीके से संपन्न होते ही कुछ नेताओं ने अपने परिवार के साथ वक्त बिताया. वहीं, कुछ नेता देवदर्शनों के लिए निकल पड़े हैं. पूर्व सीएम वसुंधरा राजे भी रविवार को हेलीकॉप्टर से दौसा के मेहंदीपुर बालाजी आने वाली थीं, लेकिन किन्हीं कारणों से उनका दौरा रद्द हो गया. जिससे भाजपा नेताओं और प्रशासन की मेहनत पर पानी फिर गया.
दरअसल, रविवार को शाम 4 बजे पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे का मेहंदीपुर बालाजी दौरा प्रस्तावित था, लेकिन किन्हीं कारणों से उनका दौरा निरस्त हो गया. उनके दौरे को लेकर प्रशासन ने पूरी तैयारी कर ली थी. कस्बे के मीन भगवान मंदिर के पीछे हेलीपेड भी तैयार कर दिया गया था. साथ ही पूर्व मुख्यमंत्री के दौरे के चलते भाजपा के कई नेता मेहंदीपुर बालाजी पहुंच गए थे, लेकिन एनवक्त पर उनका दौरा रद्द होने से कार्यकर्ताओं को निराश होकर वापस लौटना पड़ा.
प्रदेश में बन रही भाजपा सरकार : इस दौरान हेलीपैड पर पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे का स्वागत करने के लिए आए भाजपा नेता और पूर्व मंत्री रामकिशोर मीणा ने ईटीवी भारत से बात करते हुए राजस्थान में भाजपा की 160 से ज्यादा सीट आने का दावा किया. उन्होंने कहा कि प्रदेश में भाजपा सरकार बन रही है. जनता कांग्रेस के कुशासन को उखाड़ फेंकेगी. कांग्रेस राज में जमकर भ्रष्टाचार हुआ है, जिससे आमजन त्रस्त है. इसका नतीजा ये है कि भाजपा प्रदेश में 160 से अधिक सीटों पर जीत हासिल करेगी.
पेपर लीक के आरोपियों को खुलेआम छूट दी : उन्होंने कहा कि महाराष्ट्र और मध्यप्रदेश में भी पेपर लीक हुए है, लेकिन राजस्थान में लगातार पेपर लीक के मामले सामने आए है. जिन राज्यों में बीजेपी की सरकार है. वहां मामला जानकारी में आने के तुरंत बाद आरोपियों पर कार्रवाई की गई है, लेकिन राजस्थान में पेपर लीक के आरोपियों को खुली छूट दी गई. राजस्थान में जिन्हें आरपीएससी का मेंबर बनाया गया है. उनको मुख्यमंत्री ढूंढ रहे हैं. वो मुख्यमंत्री का फोन तक नहीं उठा रहे हैं. अगर आगे भी राज्य में कांग्रेस की सरकार रही तो निश्चित तौर पर युवाओं का भविष्य खतरे में पड़ जाएगा.
30 से 35 सीटों पर सिमटेगी कांग्रेस : उन्होंने कहा- "कांग्रेस पार्टी ने जो 165 सीटों का अंदाजा लगाया था, 3 दिसंबर को परिणाम उसके विपरीत होंगे. कांग्रेस राजस्थान में सिर्फ 30 से 35 सीटों पर ही सिमटकर रह जाएगी. सिकराय विधानसभा क्षेत्र में जिन गांवों में हम घुस नहीं सकते थे, वहां कांग्रेस के कार्यकर्ताओं ने आगे से हमें समर्थन दिया है. जहां जीत की उम्मीद नहीं थी, वहां प्रत्याशी बदले गए हैं. साथ ही उन्होंने बताया कि चुनाव में हमारे सभी नेताओं ने एकजुटता के साथ काम किया है. कांग्रेस के नेता पहले कहते थे कि विधानसभा चुनाव के बाद भाजपा के विधायक एक फॉर्च्यूनर में ही आ जाएंगे, लेकिन ये बात कांग्रेस के विधायकों के लिए दिख रही है.
बता दें कि रामकिशोर मीणा भाजपा और दौसा जिले के दिग्गज नेताओं में शुमार है. उन्होंने सिकराय विधानसभा क्षेत्र से 4 बार विधानसभा चुनाव जीता है. इसके अलावा वे राज्य सरकार में 2 बार मंत्री व भाजपा संगठन में 2 बार प्रदेश उपाध्यक्ष भी रह चुके हैं.