दौसा. जिले में लगातार तीन दिन से चले आ रहे किसानों की जमीन समाधि आंदोलन ने शनिवार को नया मोड़ ले लिया. राज्यसभा सांसद किरोड़ी लाल मीणा, किसान नेता हिम्मत पाडली के नेतृत्व में किसानों के जमीन के मुआवजे की मांग को लेकर जमीन समाधि आंदोलन लगातार पिछले 3 दिन से जारी है.
बता दें कि शनिवार को इस आंदोलन ने सांसद किरोड़ी लाल मीणा के नेतृत्व में नया मोड़ ले लिया. आंदोलनकारी किसान उग्र हो गए और समाधि स्थल से डेढ़ किलोमीटर दूरी पर बने नेशनल हाईवे निर्माण कंपनी के प्लांट को बंद करवाने के लिए किसानों ने प्लांट का घेराव कर लिया. साथ ही किसानों ने प्लांट के चारों ओर लगी तारबंदी को भी तोड़ दिया.
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इस दौरान किसान प्लांट को बंद करवाने के लिए प्लांट में अंदर पहुंच गए. जिसमें पुलिस और आंदोलनकारियों के बीच धक्का-मुक्की भी हुई. प्रशासन की समझाइश के बाद आंदोलनकारी वापस आंदोलन स्थल पर लौट आए. हालांकि सांसद किरोड़ी लाल मीणा ने यह शर्त रखी है कि जब तक किसानों को उनकी जमीन का सरकार से मुआवजा नहीं मिल जाता तब तक नेशनल हाईवे निर्माण कंपनी का प्लांट बंद रहेगा.
वहीं, प्रशासन की ओर से प्लांट बंद करवाने की शर्त पर सांसद मीणा के नेतृत्व में सभी किसान वापस लौट आए. आंदोलन को लेकर राज्यसभा सांसद किरोड़ी लाल मीणा का कहना है कि हमने प्लांट को बंद करवाने के लिए कूच किया था. आंदोलन और प्रदर्शन करके प्लांट को बंद भी करवा दिया हैं.
सांसद मीणा ने कहा कि जिस जमीन पर हाईवे निर्माण कंपनी का प्लांट लगा हुआ है उस किसान को भी अभी तक मुआवजा नहीं मिला है. इसीलिए किसानों को न्याय दिलाने के लिए मुआवजा मिलने तक हम उस प्लांट को नहीं चलने देंगे. जब तक किसानों का मुआवजा नहीं मिल जाता तब तक हम प्लांट को चालू नहीं करने देंगे.
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उन्होंने कहा कि किसानों को मुआवजा नहीं मिलने तक आंदोलन जारी रहेगा. हमें उम्मीद है कि जल्दी सरकार किसानों की मांग को सुनेगी. सांसद मीणा ने कहा कि कभी तो गहलोत की लहर किसानों की तरफ भी आएगी उनकी मांग पूरी होगी. यदि सरकार किसानों की मांग नहीं सुनती है तो उग्र वह हिंसक आंदोलन होगा.