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Dausa Lady Doctor Suicide Row: चिकित्सकों में आक्रोश, दौसा सहित कई जिलों में निजी अस्पतालों में चिकित्सा सेवाएं ठप

दौसा की स्त्री रोग विशेषज्ञ डॉक्टर अर्चना शर्मा की आत्महत्या (Dausa Lady Doctor Suicide Row) तूल पकड़ती जा रही है. प्रदेश के कई जिलों में प्राइवेट अस्पतालों में ओपीडी नहीं चल रही है और तमाम तरह की चिकित्सा सेवाएं एक दिन के लिए ठप कर दी गई हैं. निजी चिकित्सकों के समर्थन में सरकारी चिकित्सकों ने भी आवाज बुलंद की है.

Dausa Lady Doctor Suicide Row
डॉक्टर की मौत पर आक्रोश
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Published : Mar 30, 2022, 10:23 AM IST

Updated : Mar 30, 2022, 11:38 AM IST

दौसा: लालसोट उपखंड के एक निजी अस्पताल की संचालक और स्त्री रोग विशेषज्ञ डॉक्टर अर्चना शर्मा के सुसाइड (Dausa Lady Doctor Suicide Row) के बाद पूरे जिले के चिकित्सकों में आक्रोश है. विरोध में दौसा समेत राज्य के कई जिलों में सभी निजी चिकित्सा सेवाओं को बंद कर दिया गया है. इसके साथ ही जिले में जांच लैब और अन्य चिकित्सा सेवा से जुड़े लोगों ने भी कार्य बहिष्कार का एलान किया है.

इस पूरे मामले को लेकर लालसोट के विभिन्न सामाजिक संगठनों में भी नाराजगी है. विरोध स्वरूप लालसोट बाजार को भी आज बंद करवा दिया गया है.इन लोगों ने इस पूरे मामले की उच्चस्तरीय जांच करा दोषी लोगों के खिलाफ जल्द कार्रवाई की मांग की है. इस बीच निजी चिकित्सकों के समर्थन में सरकारी चिकित्सक भी आए हैं. विरोध में आज 2 घंटे के लिए सभी राजकीय चिकित्सालय में भी कार्य बहिष्कार का ऐलान किया गया है.

चिकित्सा जगत में व्याप्त आक्रोश को लेकर जिला प्रशासन और प्रदेश सरकार भी चिंतित है. जल्द ही दोषी लोगों के खिलाफ कार्रवाई का आश्वासन दिया जा रहा है. संवेदनशीलता को देखते हुए सरकार ने संभागीय आयुक्त दिनेश यादव के नेतृत्व में एक उच्चस्तरीय जांच टीम गठित कर जांच कराने के निर्देश दिए हैं. इस पूरे मामले को लेकर लालसोट की जनता की मांग है कि चिकित्सक दंपती पर झूठा मुकदमा दर्ज करने वाले, लालसोट थाने के पुलिसकर्मियों और धरना प्रदर्शन कर दबाव बनाने वाले दोषियों के खिलाफ जल्दी कार्रवाई की जाए.

पढ़ें- Rathore on doctor suicide in Dausa: चिकित्सा मंत्री के क्षेत्र में डॉक्टर को मानसिक प्रताड़ना देकर सुसाइड के लिए मजबूर करना सरकार के माथे पर कलंक-राठौड़

क्या है मामला?: सोमवार (28 मार्च 2022) को लालसोट स्थित निजी हॉस्पिटल में सिजेरियन डिलीवरी के बाद प्रसूता की मौत हो गई थी. जिसके बाद प्रसूता के परिजनों और स्थानीय नेताओं ने मिलकर अस्पताल प्रशासन के बाहर जमकर हंगामा और प्रदर्शन किया. इसके बाद अस्पताल संचालक दंपती के खिलाफ हत्या का मुकदमा दर्ज करवा दिया गया. कथित तौर पर पुलिस कर्मियों की जांच और नेताओं के हंगामे से प्रताड़ित हॉस्पिटल संचालक डॉ अर्चना शर्मा ने मंगलवार को सुसाइड (Dausa Lady Doctor Suicide Row) कर लिया. इस खबर के सामने आने के बाद दौसा सहित प्रदेश के सभी चिकित्सा सेवा से जुड़े लोगों में आक्रोश व्याप्त है. जिसके चलते दौसा जिले के सभी निजी अस्पतालों में कार्यों का बहिष्कार किया गया है सभी चिकित्सा सेवाएं जिले भर में ठप है.

दौसा: लालसोट उपखंड के एक निजी अस्पताल की संचालक और स्त्री रोग विशेषज्ञ डॉक्टर अर्चना शर्मा के सुसाइड (Dausa Lady Doctor Suicide Row) के बाद पूरे जिले के चिकित्सकों में आक्रोश है. विरोध में दौसा समेत राज्य के कई जिलों में सभी निजी चिकित्सा सेवाओं को बंद कर दिया गया है. इसके साथ ही जिले में जांच लैब और अन्य चिकित्सा सेवा से जुड़े लोगों ने भी कार्य बहिष्कार का एलान किया है.

इस पूरे मामले को लेकर लालसोट के विभिन्न सामाजिक संगठनों में भी नाराजगी है. विरोध स्वरूप लालसोट बाजार को भी आज बंद करवा दिया गया है.इन लोगों ने इस पूरे मामले की उच्चस्तरीय जांच करा दोषी लोगों के खिलाफ जल्द कार्रवाई की मांग की है. इस बीच निजी चिकित्सकों के समर्थन में सरकारी चिकित्सक भी आए हैं. विरोध में आज 2 घंटे के लिए सभी राजकीय चिकित्सालय में भी कार्य बहिष्कार का ऐलान किया गया है.

चिकित्सा जगत में व्याप्त आक्रोश को लेकर जिला प्रशासन और प्रदेश सरकार भी चिंतित है. जल्द ही दोषी लोगों के खिलाफ कार्रवाई का आश्वासन दिया जा रहा है. संवेदनशीलता को देखते हुए सरकार ने संभागीय आयुक्त दिनेश यादव के नेतृत्व में एक उच्चस्तरीय जांच टीम गठित कर जांच कराने के निर्देश दिए हैं. इस पूरे मामले को लेकर लालसोट की जनता की मांग है कि चिकित्सक दंपती पर झूठा मुकदमा दर्ज करने वाले, लालसोट थाने के पुलिसकर्मियों और धरना प्रदर्शन कर दबाव बनाने वाले दोषियों के खिलाफ जल्दी कार्रवाई की जाए.

पढ़ें- Rathore on doctor suicide in Dausa: चिकित्सा मंत्री के क्षेत्र में डॉक्टर को मानसिक प्रताड़ना देकर सुसाइड के लिए मजबूर करना सरकार के माथे पर कलंक-राठौड़

क्या है मामला?: सोमवार (28 मार्च 2022) को लालसोट स्थित निजी हॉस्पिटल में सिजेरियन डिलीवरी के बाद प्रसूता की मौत हो गई थी. जिसके बाद प्रसूता के परिजनों और स्थानीय नेताओं ने मिलकर अस्पताल प्रशासन के बाहर जमकर हंगामा और प्रदर्शन किया. इसके बाद अस्पताल संचालक दंपती के खिलाफ हत्या का मुकदमा दर्ज करवा दिया गया. कथित तौर पर पुलिस कर्मियों की जांच और नेताओं के हंगामे से प्रताड़ित हॉस्पिटल संचालक डॉ अर्चना शर्मा ने मंगलवार को सुसाइड (Dausa Lady Doctor Suicide Row) कर लिया. इस खबर के सामने आने के बाद दौसा सहित प्रदेश के सभी चिकित्सा सेवा से जुड़े लोगों में आक्रोश व्याप्त है. जिसके चलते दौसा जिले के सभी निजी अस्पतालों में कार्यों का बहिष्कार किया गया है सभी चिकित्सा सेवाएं जिले भर में ठप है.

Last Updated : Mar 30, 2022, 11:38 AM IST
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