दौसा. शहर में मंगलवार को न्यायालय परिसर में धूमधाम से संविधान दिवस मनाया गया. कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में जिला एवं सेशन न्यायाधीश गिरीश शर्मा ने उपस्थित रहे. साथ ही समारोह को संबोधित करते हुए गिरीश शर्मा ने कहा कि साल 2015 में बाबा साहब अंबेडकर की जयंती के उपलक्ष्य में यह महसूस किया गया कि राष्ट्रीय पर्व गणतंत्र दिवस संविधान के रूप में मनाया जाता है, जो कि अधूरापन सा है. तब से 26 नवंबर को संविधान अंगीकृत दिवस के रूप में पूरे राष्ट्र में मनाया जाने लगा.
इस दौरान न्यायालय परिसर के बार एसोसिएशन भवन में संविधान को लेकर विचार गोष्ठी का आयोजन किया गया. विचार गोष्ठी में संविधान की प्रस्तावना संविधान की मूल भावना लेकर वक्ताओं ने विचार व्यक्त किए. इस दौरान जिला एवं सत्र न्यायाधीश गिरीश शर्मा ने कहा कि संविधान का मुख्य उद्देश्य जनकल्याण है, सभी का कल्याण हो, सभी को न्याय मिले, धार्मिक राजनीतिक और शैक्षिक दृष्टि से सभी के अधिकारों की पूर्ति हो. इसी उद्देश्य से देशभर में सविधान दिवस मनाया जाता है.
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इस दौरान न्यायाधीश गिरीश शर्मा ने संविधान दिवस पर जागरूकता लाने के लिए जागरूकता रैली को भी हरी झंडी दिखाकर रवाना किया. साथ ही समारोह के दौरान जिला विधिक सेवा प्राधिकरण की सचिव रेखा वधवा बार एसोसिएशन अध्यक्ष अवधेश शर्मा सहित सभी न्यायिक अधिकारी और अधिवक्ता गण मौजूद रहे.