सुजानगढ़ (चूरू). पुलिस थाने में ज्वैलर पवन पुत्र रामावतार सोनी निवासी आदर्श कॉलोनी सुजानगढ़ ने रिपोर्ट दी थी कि उसके मोबाइल पर इंटरनेट कॉलिंग के जरिये 30 दिसंबर 2019 को फोन आया था कि जान बचानी है तो दो लाख रुपए दे दो. 04 जनवरी को फिर फोन आया और उसने बैंक खाते में रुपए जमा करवाने और खाता नम्बर बाद में बताने को कह कर फोन काट दिया.
वहीं. 06 जनवरी 2020 को फिर फोन आया और मिठाई के तीन डिब्बे लेकर दो में मिठाई और एक में दो लाख रुपये रख कर सीकर जाने वाली बस में रखने के लिए कहा और फोन करने पर बस नम्बर और ड्राइवर का नम्बर बताने के लिए कहा. साथ ही किसी को बताने पर फोन की जगह गोली मारने की धमकी दी.
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जांच अधिकारी हंसराज लूणा ने बताया कि पवन के पास 07 जनवरी को फिर फोन आया और कहा कि मैं 10-15 मिनट में तुम्हारी दुकान पर आ रहा हूं रुपए तैयार रखना. इसके बाद पवन ने कॉन्स्टेबल महावीर को फोन कर जानकारी दी. महावीर ने जांच अधिकारी को सूचना दी. इसके बाद जांच अधिकारी हंसराज, कॉन्स्टेबल महावीर और विक्रम सादी वर्दी में दुकान के अन्दर ग्राहक बन कर और कॉन्स्टेबल दौलाराम, रामलाल, अनिल, राजाराम और कुन्दन सादी वर्दी में दुकान के बाहर तैनात हो कर आने जाने वालों की निगरानी करने लगे.
जांच अधिकारी हंसराज की सलाह पर दुकानदार पवन ने नोटों की गड्डी जैसा अखबार का एक डमी पैकेट बना कर तिजोरी में रख दिया. इसके थोड़ी देर बाद एक युवक दुकान पर आया और उसने दो लाख रुपयों की मांग की. जिस पर पवन ने उससे पूछा कि किस बात के रुपये दूं. तो उसने कहा कि अपनी और अपने परिवार की जान की सलामती चाहते हो तो रुपये दे दो. इस पर पवन ने उसे वह डमी पैकेट दे दिया. डमी पैकेट के लेते ही पुलिस ने उस युवक को दबोच लिया.
बता दें कि पूछताछ करने पर युवक ने अपना नाम अजमत पुत्र अमरदीन खान निवासी मंगलूणा जिला सीकर बताया. साथ ही यह भी बताया कि उसका एक साथी मुबारिक खान पुत्र हनीफ खान निवासी मंगलूणा जिला सीकर पुराने बस स्टैंड पर है और उसका दूसरा साथी मोहम्मद अली पुत्र अब्दुल हमीद सांई निवासी वार्ड नं06 सुजानगढ़ बी डी एस होटल तिराहे पर है.
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पुलिस ने पकड़े गए अजमत को साथ लेकर पुराने बस स्टैंड और बी डी एस होटल तिराहे से उसके दोनों साथियों को गिरफ्तार कर लिया. तीनों आरोपियों से पूछताछ में सामने आया कि उनके दो और साथी अरशद और असलम है. जो कुवैत में है. पूछताछ में आरोपियों ने बताया कि रुपये मिलने पर अजमत और मुबारिक को साढ़े12 हजार -साढ़े12 हजार रुपए मिलने थे. शेष रकम मोहम्मद अली को देनी थी. जिसे उसे कुवैत में बैठे अरशद और असलम तक पंहुचानी थी. पुलिस ने तीनों आरोपियों को न्यायालय में पेश किया. जहां उन्हें एक दिन के रिमांड पर सौंपे जाने के आदेश दिए गए.