चूरू. उत्तरप्रदेश और मध्यप्रदेश के कोटा में रह कर प्री-मेडिकल और इंजीनियरिंग की तैयारी कर रहे स्टूडेंट्स को वहां की सरकारों की ओर से अपने-अपने राज्यों में ले जाये जाने के बाद अब राजस्थान सरकार भी कोटा में रह रहे राज्य के विभिन्न जिलों के स्टूडेंट्स को उनके घर पहुचाने की व्यवस्था कर रही है.
बता दें, कि चूरू जिले के विभिन्न स्थानों के 29 विद्यार्थी राजस्थान रोडवेज की बस से शनिवार को ही चूरू लौटे है. ईटीवी भारत के साथ बातचीत के दौरान इन सभी स्टूडेंट्स का कहना है, कि शुरू-शुरू में कोटा में होस्टल्स और पीजी में खाने पीने सहित सभी सुविधाएं समय पर मुहैया हो रही थी. फिर कोटा में भी धीरे-धीरे कोरोना के मामले बढ़ने के साथ ही इन सुविधाओं में कमी आने लगी, ऐसे में उनकी चिंता भी बढ़ने लगी थी, लेकिन अब वे खुश है और गहलोत सरकार का धन्यवाद देते है कि सरकार की मदद से वे घर लौट सके.
सभी की मेडिकल जांच के बाद घर भेजा...
कोटा से चूरू आये सभी 29 स्टूडेंट्स की एहतियात के तौर पर चिकित्सीय जांच करवाई गई. सभी स्टूडेंट्स स्वस्थ है और इनमें सर्दी-जुखाम जैसे कोई लक्षण नहीं पाए गए. कोटा से लौटने के बाद प्रशासन की ओर से इन्हें समाज कल्याण विभाग के होस्टल में रखा गया. स्टूडेंट्स के लगेज को भी सेनेटाइज किया गया. सभी को मास्क पहनाए गये. मुख्य जिला शिक्षा अधिकारी संपत राम बारूपाल के नेतृत्व में शिक्षा विभाग की टीम मौजूद रही.
14 दिन होम क्वारेंटाइन में रहना होगा...
सभी 29 स्टूडेंट्स में कोरोना संक्रमण के लक्षण नहीं पाए गए है ना ही जुखाम-बुखार के लक्षण है. फिर भी स्वास्थ्य विभाग की ओर से सभी को दिशा निर्देश दिए गए है कि वे 14 दिन तक होम आइसोलेशन में रहे और स्वास्थ्य से जुड़ी किसी भी तरह की दिक्कत होने पर प्रशासन को सूचित करें.