चूरू. शिक्षा विभाग की ओर से हाल ही में प्रधानाचार्यों और व्याख्याताओं के किए गए तबादलों के विरोध में शिक्षक संगठन खड़े हो गए है. राजस्थान शिक्षक संघ राष्ट्रीय की ओर से गुरुवार को प्रदेश भर में उपखंड स्तर पर धरना प्रदर्शन कर मुख्यमंत्री और शिक्षा मंत्री के नाम ज्ञापन सौंपे जाएंगे. यह जानकारी बुधवार को शिक्षक संघ राष्ट्रीय के प्रदेश अध्यक्ष संपत सिंह चारण ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में दी.
संपत सिंह ने कहा कि शिक्षा विभाग की ओर से हाल ही में किए गए तबादलों का आधार राजनीतिक रूप से शिक्षकों को प्रताड़ित करना है. विधवा, दिव्यांग और पति-पत्नी के तबादले भी सुदूर सीमावर्ती इलाकों में किए गए है. जबकि सरकार की ओर से जो ऑनलाइन आवेदन मांगे गए थे वह ढकोसला साबित हुए.
तबादलों के विरोध में प्रदर्शन
शिक्षक संघ राष्ट्रीय की ओर से शिक्षकों के तबादलों के विरोध में प्रदर्शन शुरू किया जाएगा. इसके तहत गुरुवार को प्रदेश के सभी उपखंड मुख्यालयों पर धरना प्रदर्शन कर ज्ञापन दिए जाएंगे. उसके बाद में 14 अक्टूबर को बीकानेर में शिक्षा निदेशक के कार्यालय में प्रदर्शन कर ज्ञापन सौंपा जाएगा. इतना ही नहीं सरकार ने किए गए तबादलों को निरस्त नहीं किया तो इसके लिए शिक्षक संगठन की ओर से बड़ा आंदोलन खड़ा किया जाएगा.
पढ़ें- सेना को जल्द मिलेगी ड्रोन ट्रेस करने की नई तकनीक : रक्षा विशेषज्ञ
बता दें कि शिक्षा विभाग की ओर से हाल ही में प्रिंसिपल और व्याख्याताओं के तबादले बड़ी संख्या में किए गए हैं. इसके तहत कुछ शिक्षकों के तबादले 500 से 600 किलोमीटर दूर तक किए गए है. इसी बात को लेकर शिक्षक संगठन राजस्थान सरकार से नाराज बताए जा रहे है.
राजस्थान शिक्षक संघ चारण का कहना है कि राज्य सरकार की ओर से हाल ही में प्रिंसिपल और व्याख्याताओं के तबादले राजनीति से प्रेरित होकर किए गए है. इसके विरोध में शिक्षक संघ की ओर से आंदोलन किया जाएगा. कल से ही धरने प्रदर्शन किए जाएंगे और उसके बाद में बीकानेर के शिक्षा विभाग के निदेशालय पर प्रदर्शन किया जाएगा.