सुजानगढ़. नगरपरिषद में सभापति चुनाव को लेकर गुरुवार को दो प्रत्यशियों ने अपना नाम वापस ले लिया है. इसके बाद कांग्रेस की नीलोफर गौरी व भाजपा की पूजा दाधीच के बीच सीधा मुकाबला कड़ा हो गया है. कांग्रेस की रहिसन बानो व अर्चना मारोठिया ने अपना नाम वापस लेते हुए कांग्रेस के प्रति अपनी निष्ठा जताई है.
नगरपरिषद सभापति चुनाव में नाम वापसी के बाद कांग्रेस व भाजपा में सीधी टक्कर निश्चित हो गई है. रिटर्निंग अधिकारी डॉ. नरेन्द्र चौधरी ने बताया कि सभापति चुनाव के लिए कांग्रेस से नीलोफर गौरी, रहीसन बानो व अर्चना मारोठिया ने नामांकन किया था तथा भाजपा की ओर से पूजा दाधीच ने नामांकन किया था. गुरुवार को रहीसन बानो व अर्चना मारोठिया ने अपना नाम वापस ले लिया है. दो प्रत्याशियों की नाम वापसी के बाद अब कांग्रेस की नीलोफर गौरी व भाजपा की पूजा दाधीच के मध्य मुकाबला होगा.
कांग्रेस के पास जहां 28 पार्षद है, वहीं भाजपा के पास 19 पार्षद है तो 13 निर्दलीय है. सभापति निर्वाचित होने के लिए 31 पार्षदों का समर्थन होना आवश्यक है जिसके लिए कांग्रेस को कम से कम तीन निर्दलीय पार्षदों के समर्थन की आवश्यकता है. वहीं भाजपा को 12 निर्दलीय पार्षदों की जरूरत है. सात फरवरी को सभापति पद के लिए मतदान होना है. जिसके बाद ही पता चलेगा कि सभापति का ताज किसके सिर होगा.